बांदा के वीआईपी इलाके में कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराया
चित्रकूट धाम मंडल मुख्यालय बांदा के वीआईपी इलाके में अब कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है। इस इलाके में पहले डीआईजी का ड्राइवर संक्रमित मिला और अब एक दूरदर्शन रिले केंद्र के कर्मचारी की बेटी के संक्रमण की संभावना पाए जाने से वीआईपी इलाके में भी संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है।
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बताते चलें कि मंडल मुख्यालय में सिविल लाइन में जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, डीआईजी और कमिश्नर के कार्यालयों के अलावा जिला अस्पताल भी है, वही इसी क्षेत्र में आवास विकास और इंदिरा नगर आवासी कॉलोनी हैं, जहां कई बैंक व अन्य प्राइवेट प्रतिष्ठानों के दफ्तर खुले हैं।
जिला अस्पताल के ठीक सामने स्थित डीआईजी कार्यालय के ड्राइवर के संक्रमित पाए जाने से कचहरी से लेकर महाराणा प्रताप चौराहे तक आम रास्ता सील कर दिया गया है और अस्पताल के आसपास सभी दुकाने यहां तक की मेडिकल स्टोर भी बंद कर दिए गए है। जिससे जिला अस्पताल में आने जाने वाले मरीज व तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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वही दूरदर्शन केंद्र के एक कर्मचारी के बेटी के संक्रमित पाए जाने की संभावना से हड़कंप मच गया। वह लड़की 4 दिन पहले दिल्ली से लौटी थी। उसे जिला अस्पताल की टू नेट मशीन की जांच में संक्रमण की संभावना पायी गयी थी। हालांकि टूनेट मशीन में निगेटिव की जांच कन्फर्म बताई जाती है पर पाॅजिटिव जांच के लिए वही तरीका अपनाया जाता है जो अन्य मरीजों की जांच में होता है। उसे लैब से जांचा जाता है, और उसमें पाॅजिटिव पाये जाने पर ही उसे पाॅजिटिव घोषित किया जाता है। उसके पिता ने बताया कि देश शाम आई लड़की की रिपोर्ट लैब से निगेटिव आई है। इसके बाद इन्दिरा नगर वालों ने राहत की सांस ली है। इसी तरह इंदिरा नगर के समीप ही जवाहर नगर में एक और महिला को संक्रमित पाया गया था जो ग्राम बिसंडा में संक्रमित पाए गए वृद्ध की बहू है।
इस बारे में जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ संपूर्णानंद मिश्र ने बताया कि जिला अस्पताल में टू नेट मशीन के जरिए 119 व्यक्तियों की जांच की गई है उनमें से दो व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं। इन्हीं में इंदिरा नगर की लड़की शामिल थी जिसका सैंपल झांसी भेजा गया था, जो निगेटिव आया है। इसके पहले नरैनी क्षेत्र का एक व्यापारी भी कल संक्रमित पाया गया था, जिससे जनपद में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है।