बांदा: बंद लिफाफा खुला तो उड़ गए होश, कौन है 16 लोग? जिन्होंने लड़की से किया गैंग रेप
जनपद में एक-एक करके 16 व्यक्तियों के घरों में रजिस्टर्ड पत्र पहुंचा। इस पत्र को पढ़ने वालों के होश उड़ गए, क्योंकि इस पत्र के मुताबिक उन्होंने एक लड़की के साथ बांदा और चित्रकूट में ...
जनपद में एक-एक करके 16 व्यक्तियों के घरों में रजिस्टर्ड पत्र पहुंचा। इस पत्र को पढ़ने वालों के होश उड़ गए, क्योंकि इस पत्र के मुताबिक उन्होंने एक लड़की के साथ बांदा और चित्रकूट में गैंगरेप किया था। हैरान करने वाली बात यह है कि गैंगरेप का जिन व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है। वह सभी व्यक्ति रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी हैं, जिनकी उम्र 65 से 71 वर्ष के बीच है। क्या है इसकी हकीकत, अभी सच्चाई सामने नहीं आई, लेकिन आरोपी बनाए गए सभी व्यक्तियों ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पूरे प्रकरण की जांच कराने की गुहार लगाई है।
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इस पत्र के मुताबिक युवती नरैनी थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है। इसका आरोप है कि 10 जनवरी 2024 को चित्रकूट के एक धर्मशाला में उसके साथ गैंगरेप किया गया। जब मैंने इसकी शिकायत थाने में की। तो आरोपियों ने शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया। जब मैंने अपनी शिकायत वापस नहीं ली तो इन्होंने 7 फरवरी 2024 को मेरे घर पहुंच कर एक बार फिर शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया। लेकिन मैंने शिकायत लेने से इनकार कर दिया। जिससे आरोपियों ने एक बार फिर मेरे साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। इनमें से एक आरोपी ने मेरे गुप्तांग में बंदूक की नाल डाल दी। दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद यह सभी मुकदमा वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी देकर चले गए।
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पीड़िता ने इस पत्र को पुलिस महानिदेशक मध्य प्रदेश भोपाल सहित अन्य कई उच्च अधिकारियों को भेजा है। इसी पत्र की कॉपियां रजिस्टर्ड पत्र के जरिए आरोपियों के घर भेजे गए हैं। जिनकी उम्र 65 से 71 वर्ष है। बुजुर्ग आरोपियों का कहना है कि पहली घटना चित्रकूट के एक धर्मशाला के कमरा नंबर 21 पर दर्शाई गई है। जो मध्य प्रदेश क्षेत्र में है। जहां हमेशा ठहरने वालों की भीड़ रहती है। इस धर्मशाला से 500 मीटर दूरी पर थाना भी स्थित है। ठीक इसी तरह से बांदा में नरैनी थाना क्षेत्र में जो घटनास्थल दिखाया गया है। वह क्षेत्राधिकारी नरैनी कार्यालय के पीछे है। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी पुलिस को घटना के तुरंत बाद जानकारी क्यों नहीं दी गई।
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इस संबंध में आरोपी बनाए गए व्यक्तियों ने यह भी बताया कि यह पूरा षड्यंत्र नरैनी क्षेत्र के विधायक व मंत्री रहे नेता के पुत्र ने रचा है। जो चित्रकूट के धर्मशाला में कब्जा करना चाहता है। जहां पहले बनाए गए अध्यक्ष को हटाकर अपने व्यक्ति को जबरन अध्यक्ष बना दिया है। इस धर्मशाला के हम सभी पदाधिकारी हैं और सभी विभिन्न सरकारी पदों पर रहकर रिटायर्ड हो चुके हैं। इस व्यक्ति के षड्यंत्र से ही हमें फंसाया जा रहा है। इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए, ताकि सारी सच्चाई सामने आ सके।