आरोप : जसपुरा में फर्जी आय प्रमाणपत्र बनाकर अपात्र को मिली नौकरी
जसपुरा ब्लॉक के रामपुर निवासी आनन्द पाल ने आंगनवाड़ी भर्ती प्रक्रिया में गंभीर धांधली का आरोप लगाते हुए मंडलायुक्त को साक्ष्यों सहित शिकायत पत्र सौंपा ...

बांदा। जसपुरा ब्लॉक के रामपुर निवासी आनन्द पाल ने आंगनवाड़ी भर्ती प्रक्रिया में गंभीर धांधली का आरोप लगाते हुए मंडलायुक्त को साक्ष्यों सहित शिकायत पत्र सौंपा है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि बंदना पाल, पत्नी पुष्पेंद्र पाल, को पैसे लेकर भर्ती प्रक्रिया में अपात्र होते हुए भी चयनित कर लिया गया।
आनन्द पाल के अनुसार, बंदना पाल ने तहसील कर्मियों की मिलीभगत से मात्र ₹46,000 की वार्षिक आय दर्शाकर फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया, जबकि वास्तव में उसके पति के पास—
-
12 बीघा सिंचित भूमि,
-
निजी नलकूप,
-
कमर्शियल बिजली कनेक्शन,
-
दो पक्के मकान तथा
-
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत ₹6000 वार्षिक लाभ है।
आनन्द पाल ने बताया कि उन्होंने दो माह पूर्व जिलाधिकारी को आवेदन देकर जांच की मांग की थी, जिस पर पैलानी एसडीएम को जांच का आदेश दिया गया। लेकिन एसडीएम ने जांच नायब तहसीलदार मुस्तकिम को सौंप दी।
यह भी पढ़े : बाँदा : स्कूली बसों पर परिवहन विभाग का शिकंजा, एक बस निरूद्ध, तीन का चालान
जांच में गड़बड़ी का आरोप:
नायब तहसीलदार की रिपोर्ट में जहां मात्र 4 बीघा जमीन को ही खेती योग्य बताया गया है, वहीं लेखपाल द्वारा दिए गए खसरा दस्तावेजों में यह स्पष्ट है कि सभी 12 बीघों में खेती की जाती है — जिसमें 10 बीघा में गेहूं और 2 बीघा में लाही की फसल उगाई जाती है।
शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि नायब तहसीलदार ने भ्रष्टाचार कर पैसे लेकर गलत रिपोर्ट तैयार की है। उनकी रिपोर्ट लेखपाल की रिपोर्ट से मेल नहीं खाती।
यह भी पढ़े : बांदा कपड़ा व्यापार मंडल ने मुक्तिधाम समिति को भेंट किए दो डेड बॉडी फ्रीजर
मंडलायुक्त से मांग:
आनन्द पाल ने मंडलायुक्त से मांग की है कि इस मामले में स्वतंत्र जांच कमेटी गठित की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, जिससे भविष्य में इस तरह की भ्रष्टाचारपूर्ण भर्तियों पर अंकुश लगाया जा सके।
What's Your Reaction?






