डीसीएफ की वार्षिक समीक्षा बैठक में बनाई गई अग्रिम रूपरेखा
जिला सहकारी फेडरेशन की बैठक समाजसेवा संस्थान में अध्यक्ष योगेश जैन की अध्यक्षता में संपन्न हुई...
कृषि विभाग का खाद वितरण में बंद हो अनावश्यक हस्तक्षेप: योगेश जैन
चित्रकूट। जिला सहकारी फेडरेशन की बैठक समाजसेवा संस्थान में अध्यक्ष योगेश जैन की अध्यक्षता में संपन्न हुई। विशिष्ट अतिथि के रूप में इफको कॉर्डेड के ट्रस्टी राजदत्त पांडेय एवं प्रवीण सिंह जादौन पैक्स फेडरेशन के डायरेक्टर लखनऊ उपस्थित रहे।
बैठक में डीसीएफ के कार्यों की वार्षिक समीक्षा बाद आगे की रूपरेखा तैयार की गई।
यह भी पढ़े : 20 जुलाई को एक ही दिन में वृहद वृक्षारोपण किया जाना आवश्यक : प्रभागीय वनाधिकारी
उपाध्यक्ष आलोक द्विवेदी ने किसानों के लिए और अधिक ध्यान देने की बात कही। शीघ्र कार्यालय स्थापना पर भी जोऱ दिया। अध्यक्ष योगेश जैन ने प्रस्ताव रखा कि कृषि विभाग से खाद वितरण में अनावश्यक हस्तक्षेप बंद होना चाहिए। जिससे जिले में कृत्रिम खाद संकट पैदा होता है। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। तीन ड्रोन जिले में संचालित हो रहे हैं। जिनकी दर तीन सौ रुपए प्रति एकड़ है। विशिष्ट अतिथि राजदत्त पांडेय ने कहा कि हिंदी भाषा क्षेत्र में सहकारिता को आगे ले जाना अभी बहुत जरूरी है। सहकारिता से स्वयं से आगे बढ़ना चाहिए। अपना सुधार संसार की प्रमुख सेवा है।
यह भी पढ़े : आये दिन वकीलों की हड़ताल रोकने के लिए बार काउंसिल को नीति बनाने का निर्देश
प्रवीण सिंह जादौन ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय बन जाने से लोग सहकारिता में तेजी से जुड़ रहे हैं। कार्य भी प्रगति पर है। रामसागर चतुर्वेदी ने संगठन को मजबूती देने के लिए कहा। डायरेक्टर दिव्या त्रिपाठी ने समितियां में खाद उपलब्ध न होने की बात कही। संचालन कुलदीप सिंह ने किया। सहकार भारती के जिला अध्यक्ष परमहंस त्रिपाठी ने अपने विचार रखें। अयोध्या में होने वाले सम्मेलन के लिए पर चर्चा हुई। शंकर दयाल प्यासी ने सहकारिता से जुड़े अपने अनुभव बताए। राजेश मिश्रा ने कॉरपोरेटर सहकारिता क्षेत्र के विभिन्न आयामों को रखा। इस मौके पर डीसीएफ डायरेक्टर राखी चौबे, सारंगधर मिश्रा, सुनील द्विवेदी आदि उपस्थित रहे।
यह भी पढ़े : बुंदेलखंड में किसानों का सोयाबीन की खेती से मोह हो गया भंग
इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक राजवीर सिंह ने बताया कि इफको में 35 सौ नीम के पेड़ आ रहे हैं। जिन्हें समितियां के माध्यम से किसानों के मध्य वितरित कर लगाया जाएगा। शीघ्र ही जिले में ड्रोन की उपलब्धता बढ़ाई जाएगी। यूरिया एवं डीएपी की कमी नहीं होने पाएगी। अपील किया कि किसान नैनो यूरिया का भी उपयोग करें। अध्यक्ष योगेश जैन ने बताया की सभी के सहयोग से एक वर्ष के कार्यकाल में डीसीएफ चित्रकूट ने प्रदेश में अच्छा कार्य कर नाम स्थापित किया है। बंद पड़े खाद सेंटरों को पुनः चालू किया गया है। नए भी स्थापित किया जा रहे हैं। जहां मानक अनुसार सभी सामग्री किसानों को उपलब्ध रहेगी।