केन किनारे संकल्प यज्ञ में सामाजिक एकता, समरसता व भाईचारा का अनूठा संगम दिखा

केन नदी के किनारे हनुमानधाम कोलावल रायपुर में चल रहे पंचदिवसीय संकल्प यज्ञ का मंगलवार की देर शाम समापन हो गया..

केन किनारे संकल्प यज्ञ में सामाजिक एकता, समरसता व भाईचारा का अनूठा संगम दिखा

बांदा,  

केन नदी के किनारे हनुमानधाम कोलावल रायपुर में चल रहे पंचदिवसीय संकल्प यज्ञ का मंगलवार की देर शाम समापन हो गया। संकल्प यज्ञ समारोह में शिक्षक, समाजसेवी, कवि, रचनाकार, जनप्रतिनिधि, कृषि विशेषज्ञ, साधु-सन्तों का अद््भुत संगम देखने को मिला। साथ ही सामाजिक एकता, समरसता व भाईचारा को स्थापित करने वाला संकल्प भी नजर आया। इस अवसर पर लोगों ने बुराइयों को त्यागने का संकल्प लिया और सामाजिक न्याय व्यवस्था में भागीदारी निभाने की प्रेरणा ली।

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यज्ञ समारोह में दिन में होने वाली कवि कलाकारों की प्रस्तुतियां व रात्रि में रामलीला का मंचन आकर्षण का केन्द्र रहा। अतिथियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। संकल्प यज्ञ की परिकल्पना को आकार देने वाले वरिष्ठ समाजसेवी गोपाल भाई ने कहा कि जिन कार्यक्रमों के माध्यम से गांव का भाईचारा, गांव की एकता, गांव की संस्कृति अखण्ड एवं अनुकरणीय थी, उन सबको वापस लाए बिना हम अपने देश को परम वैभव सम्पन्न नहीं कर पाएंगे। यह संकल्प यज्ञ इस दिशा में बढ़ते हुए कदम हैं।

दीनदयाल शोध संस्थान के पूर्व प्रधान सचिव भरत पाठक ने कहा कि आज पर्यावरण संरक्षण व युवाओं में नेतृत्व विकास की जरूरत है। हनुमानधाम केन नदी यहां की प्राकृतिक छटाएं लोगों के स्वावलम्बन का आधार बनेंगे। नंदिता पाठक ने भी स्थानीय प्रयासों की सराहना की। कामदगिरि प्रमुख द्वार के अधिकारी स्वामी मदन गोपाल दास ने बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कर प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया।

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इसी प्रकार प्रगतिशील किसान प्रेमसिंह बड़ोखर ने यज्ञ परम्परा पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जब व्यक्ति अपने श्रम से अर्जित संसाधनों को समाज के लिए प्रदान कर देता है, वही संसाधन दूसरों के लिए उपयोगी बन जाते हैं, यही यज्ञ है। यज्ञ परम्परा आदिकाल से चली आ रही है। उन्होंने शतायु समीप वयवृद्धों का सम्मान किया। रामयश द्विवेदी, विमलकान्त तिवारी, जनदीप गोपाल, रामनारायण त्रिपाठी, संतोष कुमार राजपूत, द्वारिकेश सिंह मण्डेला, क्षेत्रीय विधायक राजकरन कबीर ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

मृदंगाचार्य अवधेश द्विवेदी, अय्याज खान, बनारस विश्वविद्यालय के प्रोफेसंर रामशंकर, देवीदयाल खय्यालिया की मनमोहक प्रस्तुतियां भी इस कार्यक्रम में हुई। कार्यक्रम का संचालन पूर्व संगीत विभाग प्रमुख ग्रामोदय विश्वविद्यालय लल्लूराम शुक्ल ने किया। समाजसेवी रामजी, बृजमोहन यादव, राममनोहर, सवीर चौहान, विनोद सिंह, जिला पंचायत सदस्य सदाशिव अनुरागी उपस्थित रहे। कार्यक्रम संयोजक विद्याधाम समिति के मंत्री राजाभइया ने आभार व्यक्त किया।

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