समूह की दीदियों को लखपती बनाने का अभियान शुरू
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी लखपती दीदी योजना का शुभारंभ जनपद में हो चुका है...
 
                                चित्रकूट। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी लखपती दीदी योजना का शुभारंभ जनपद में हो चुका है। इस योजना का संचालन जिले में राष्ट्रीय आजीविका मिशन की जिला इकाई कर रही है।
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उपायुक्त स्वतः रोजगार ओम प्रकाश मिश्रा ने बताया कि जिले की 23210 दीदियों को लखपती बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिनके पर्यवेक्षण के लिए 290 सीआरपी चुनी गई है। जिनकी देखरेख में लखपती दीदियां अपने लिए ऐसे रोजगारपरक गतिविधियों का चुनाव करेंगी जिनको अपनाकर उनकी मासिक आमदनी 10 हजार या वार्षिक आमदनी एक लाख हो सकेगी। इस कार्य को करने में जिले के सभी विभाग उनका सहयोग करेंगे। प्रथम चरण में सीआरपी कैडर का दो दिवसीय प्रशिक्षण डीपीआरसी डिलौरा में शुरू हो चुका है। प्रथम बैच के प्रशिक्षण के दूसरे दिन एलडीएम तुलसी राम, आर्यावर्त बैंक के आरएम सतीश कुमार और आरसेटी भांगा के फैकल्टी प्रशांत कुशवाहा शामिल हुवे।
 
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उन्होंने बताया की सभी बैंकों को रिजर्व बैंक और भारत सरकार की मंशा से अवगत करा दिया गया है। कहा कि बैंक समूह की बहनों के आर्थिक उत्थान के अभियान में मजबूती के साथ खड़ा है। प्रशिक्षक एनआरएलएम के जिला रिसोर्स पर्सन बलबीर सिंह और अशोक मिश्रा ने बताया कि प्रशिक्षण में पहाड़ी ब्लाक की 58 सीआरपी शामिल हुई। बताया कि सीआरपी को लखपती दीदी के चयन के मापदंड, आसपास के रिसोर्स की समझ, उपयोग, योजना के स्टेक होल्डर, प्रशिक्षण और वित्तीय संस्थाओं से जुड़ाव, उत्पादक गतिविधि की आर्थिकी तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया है। बांदा जिले के जिला प्रशिक्षण अधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि जिले में यह योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित होगा।
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