यूरो सर्जन डॉ. सोमेश त्रिपाठी ने की बड़ी चिकित्सा उपलब्धि
रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज का सर्जरी विभाग लगातार ऐसी चिकित्सकीय उपलब्धियाँ हासिल कर रहा है, जो पूर्व में बाँदा जनपद में संभव...

बाँदा। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज का सर्जरी विभाग लगातार ऐसी चिकित्सकीय उपलब्धियाँ हासिल कर रहा है, जो पूर्व में बाँदा जनपद में संभव नहीं मानी जाती थीं। इसी कड़ी में यूरो सर्जन डॉ. सोमेश त्रिपाठी ने एक और बड़ी सफलता अर्जित करते हुए यूरेथ्रोक्यूटेनियस फिस्टुला नामक जटिल रोग का दूरबीन पद्धति से सफल ऑपरेशन किया।
जानकारी के अनुसार बदौसा क्षेत्र के रहने वाले 29 वर्षीय मरीज को पिछले चार वर्षों से यह गंभीर समस्या थी। इस बीमारी में सामान्य मार्ग के अलावा लिंग के आसपास कई स्थानों से पेशाब निकलने लगता है। मरीज कई अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद भी राहत न मिलने से परेशान था। अंततः वह रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग पहुँचा, जहाँ डॉ. सोमेश त्रिपाठी ने उसे भर्ती कर दूरबीन पद्धति से लगभग डेढ़ घंटे का सफल ऑपरेशन किया।
कुछ दिन भर्ती रहने के बाद मरीज को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अब वह पूरी तरह स्वस्थ है। मरीज और उसके परिवार ने डॉ. सोमेश त्रिपाठी तथा उनकी टीम की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।
डॉ. त्रिपाठी ने जानकारी दी कि यूरेथ्रोक्यूटेनियस फिस्टुला कई कारणों से हो सकता है—जैसे लिंग या अंडकोष की असफल सर्जरी, दुर्घटना से लगी चोट, मूत्र नली में रुकावट या संक्रमण। संक्रमण वाली जगह पर मवाद बनने के कारण वहीं से पेशाब निकलना शुरू हो जाता है।
इस सफल शल्यक्रिया के लिए कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. एस.के. कौशल ने डॉ. सोमेश त्रिपाठी और उनकी पूरी टीम को बधाई दी। इस ऑपरेशन में डॉ. श्रीकांत जे.आर., एनेस्थीसिया विभाग से डॉ. प्रिया दीक्षित एवं डॉ. आशुतोष का विशेष योगदान रहा।
What's Your Reaction?






