संगम में विसर्जित हुआ शुभम दिवेद्वी का अस्थि कलश
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गये कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी का अस्थि कलश...

शुभम का बलिदान आतंकिंयों को मिटा देगा नामोंनिशान : गणेश केसरवानी
प्रयागराज। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गये कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी का अस्थि कलश शनिवार को संगम तट पर पहुंचा। जहां विधिवत पूजा-अर्चना के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी भी उपस्थित रहे और उन्होंने शुभम के परिवार के साथ मिलकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि शुभम द्विवेदी की वीरता और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। शुभम की शादी इसी वर्ष 12 फरवरी को हुई थी। वे अपनी पत्नी के साथ कश्मीर की यात्रा पर गए थे, जहां 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने उनकी हत्या कर दी। यह हमला देश भर में आक्रोश का कारण बना और विभिन्न नेताओं ने इसकी कड़ी निंदा की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना को “कायरतापूर्ण” बताते हुए शोक व्यक्त किया और शुभम के परिवार को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। कहा कि शुभम् को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए पूरा प्रयास करूंगा।
संगम तट पर हुए इस श्रद्धांजलि समारोह में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक और शुभम के परिजन उपस्थित थे। सभी ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी और उनकी वीरता को सलाम किया। शुभम की शहादत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, आतंकियों का नामोनिशान मिटा कर रख देगा। उनकी याद में किए गए ये प्रयास उनकी बहादुरी और बलिदान को सदैव जीवित रखेंगे।
मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी ने बताया कि संयोग से आज शुभम का जन्म दिन था और शुभम् के चचेरे भाई सौरभ द्विवेदी ने अस्थि कलश संगम में विसर्जित किया। इस दौरान पिता मनोज द्विवेदी, पत्नी एशन्या आदि उपस्थित रहे। पत्नी एशन्या ने सरकार से शुभम् द्विवेदी सहित पहलगाम आतंकवादी घटना के शिकार हुए सभी लोगों के लिए शहीद का दर्जा और आतंकवादियों के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस दौरान पार्षद दिग्विजय कुशवाहा, तीर्थराज पांडेय, सुभाष चंद्र वैश्य, राजेश केसरवानी,भरत निषाद, राजेश पाठक, हिमालय सोनकर, विवेक मिश्रा आदि लोग उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार
What's Your Reaction?






