विदेश से लौटने के बाद गायब हो रहे यात्री, स्वास्थ्य विभाग परेशान
कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की भारत में दस्तक देने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है, लेकिन विदेश से लौटकर गायब..
कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की भारत में दस्तक देने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है, लेकिन विदेश से लौटकर गायब होने वाले यात्रियों की संख्या बढती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें इन यात्रियों को नहीं ढूंढ पा रही है। इसका कारण इन यात्रियों के पासपोर्ट में दर्ज पते पर नहीं पहुंचना माना जा रहा है।
दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग, बोत्सवाना आदि देशों में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के कहर के बाद उसका संक्रमण भारत तक आ पहुंचा है। भारत सरकार ने विदेश से लौटने वाले यात्रियों की पुख्ता मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन विदेश से लौटने वाले यात्रियों को ढूंढने में स्वास्थ्य विभाग को सर्दी में भी पसीने छूट रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रेस्पांस टीमों को भी गायब यात्रियों का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा। इस कारण इन लोगों की जांच नहीं हो पा रही। इससे ओमिक्रोन वैरिएंट का खतरा गहरा गया है।
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- पता गलत होने से पैदा हो रही समस्या
बताया जाता है कि पासपोर्ट में दर्ज पते पर ना जाकर विदेश से आने वाले लोग दूसरे स्थानों पर चले गए। इसकी वजह है कि अब ये लोग पासपोर्ट में दर्ज पतों पर नहीं रहते। कुछ लोग अपने पैतृक गांवों में चले गए। इसी कारण इन यात्रियों का कुछ पता नहीं चल रहा। मेरठ में अभी तक 838 यात्री विदेश से आए हैं। इनमें से 455 की जांच की जा चुकी है। जबकि 162 यात्रियों का कुछ पता नहीं चल पा रहा।
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- ऑक्सीजन प्लांट आदि व्यवस्था चुस्त
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि विदेश से आने वाले यात्रियों तक स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भेजा जा रहा है। उनकी आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। अभी तक मेरठ में ओमिक्रोन का कोई केस सामने नहीं आया है। अस्पतालों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, प्लांट, बेड आदि की व्यवस्था दुरुस्त है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार है।
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- लक्षण भिन्न होने से डॉक्टर भी हैरान
ओमिक्रोन वैरिएंट के फैलाव ने पूरे देश को चिंतित कर दिया है। ओमिक्रोन के रंग बदलने की प्रवृत्ति से डॉक्टर भी हैरान है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. विश्वजीत बैंबी का कहना है कि ओमिक्रोन के मरीजों में कफ और खांसी नहीं आ रही है। इससे सावधानी बरतने की आवश्यकता है। थोडी थकान और बुखार होने पर लोगों को जांच करानी चाहिए।
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हि.स