घटना के 20 दिन पहले झांसी के जिस मैदान से संबोधित किया, उसका जनरल रावत नाम होगा
झांसी के ऐतिहासिक महारानी लक्ष्मीबाई के किले की तलहटी में स्थित मैदान का नाम अब ‘जनरल बिपिन रावत’ ग्राउंड होगा..
झांसी के ऐतिहासिक महारानी लक्ष्मीबाई के किले की तलहटी में स्थित मैदान का नाम अब ‘जनरल बिपिन रावत’ ग्राउंड होगा। शनिवार को नगर निगम सदन की बैठक में इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई। नामकरण की प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी। 19 नवंबर को झांसी आए जनरल रावत ने इसी मैदान से सेना के कार्यक्रम को संबोधित किया था।
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भारतीय सेना की ओर से रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर 19 नवंबर को राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व का आयोजन किया गया था, जिसमें शामिल होने प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत भी झांसी आए थे। यहां कार्यक्रम का आयोजन किले के मैदान में हुआ था, जिसकी शुरुआत जनरल रावत के संबोधन से हुई थी।
अपने 3.24 मिनट के संबोधन में जनरल रावत ने रानी की गौरवगाथा को जन-जन तक पहुंचाने का संदेश दिया था। इस दौरान उन्होंने रानी के सम्मान में कविता ‘खूब लड़ी मर्दानी...’ की कुछ पंक्तियां भी सुनाई थीं। 8 दिसम्बर को हेलिकाप्टर दुर्घटना में हुई उनकी मौत के बाद जनरल को झांसी की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शनिवार को नगर निगम सदन की बैठक में सदर विधायक रवि शर्मा की ओर से किले के मैदान का नाम जनरल रावत के नाम पर रखे जाने का प्रस्ताव लाया गया, जिसे सदन ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी।
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