बुन्देली संस्कृति को दुनिया में पहचान दिलाने को राई लोकनृत्य कार्यशाला आज से

प्रयागराज महाकुंभ-2025 से पूर्व प्री कुंभ के अवसर पर जनपद झांसी में 15 दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत आज होगी...

बुन्देली संस्कृति को दुनिया में पहचान दिलाने को राई लोकनृत्य कार्यशाला आज से
फ़ाइल फोटो

झांसी। प्रयागराज महाकुंभ-2025 से पूर्व प्री कुंभ के अवसर पर जनपद झांसी में 15 दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत आज होगी। योगी सरकार प्री कुम्भ के आयोजन के माध्यम से बुन्देखण्ड की लोकसंस्कृति के प्रति जागरुकता का प्रसार करने के मकसद से कई तरह के आयोजन कर रही है। इसी कड़ी में झांसी में यह खास आयोजन किया जाना है।

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14 से 28 अक्टूबर 2024 की अवधि में महाकुंभ प्रयागराज-2025 के अंतर्गत जनपद झांसी में राई लोकनृत्य कार्यशाला का आयोजन आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में किया जाएगा। कार्यशाला में वंदना कुशवाहा और उनकी टीम छात्राओं को प्रशिक्षण देगी। कॉलेजों की इच्छुक छात्राएं 14 और 15 अक्टूबर को आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर में पहुंचकर स्क्रीनिंग में हिस्सा ले सकती हैं। कार्यशाला के लिए 50 छात्राओं का चयन किया जाएगा।

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कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर अलका नायक और कार्यशाला समन्वयक देवराज चतुर्वेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना है कि भारत की संस्कृति को पूरे विश्व में प्रसारित किया जाए। यह विशेष कार्यशाला बुन्देली संस्कृति को पूरे विश्व में सबके सामने ले जाने में सहायक सिद्ध होगी।

हिन्दुस्थान समाचार

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