लखनऊ से नैमिषारण्य तीर्थ के लिए इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की तैयारी शुरू
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) के प्रबंध निदेशक आरपी सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के निर्देश का..
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) के प्रबंध निदेशक आरपी सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के निर्देश का संज्ञान लेते हुए लखनऊ से नैमिषारण्य तीर्थ के लिए इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की तैयारी शुरू कर दी है। रोडवेज प्रबंधन की टीम ने आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए जमीनी स्तर पर कार्य करना शुरू कर दिया है।
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योगी सरकार सीतापुर जनपद में स्थित नैमिषारण्य तीर्थ के लिए बेहतर परिवहन सुविधा पर पूरा फोकस कर रही है। नैमिषारण्य तीर्थ सनातन धर्म के करोड़ों लोगों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है। नैमिषारण्य तीर्थ को 88,000 ऋषियों की तपोस्थली माना जाता है। यहां मां ललिता देवी मंदिर, चक्रतीर्थ, व्यास गद्दी, सूत गद्दी, हनुमान गढ़ी सहित कई पौराणिक और आध्यात्मिक दर्शनीय स्थल हैं। यहां माह में हर पूर्णिमा,अमावस्या के साथ नवरात्र और फाल्गुन की चौरासी कोसी परिक्रमा में लाखों श्रद्धालु आते हैं।
राजधानी लखनऊ से नैमिषारण्य तीर्थ के लिए इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को बेहतर परिवहन की सुविधा मिल सकेगी और रोडवेज की आय भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र के विकास के लिए चार चरणों में कार्य योजना बनाई गई है। इसके अनुसार प्रमुख परियोजनाओं में पहले फेज में चक्र तीर्थ, मां ललिता देवी मंदिर, दधिचि कुंड और सीता कुंड का विकास किया जाएगा। दूसरे फेज में दधिचि कुंड, रुद्रावर्त महादेव, देवदेश्वर मंदिर और काशी कुंड का विकास किया जाएगा। इसके अलावा शहरी और क्षेत्रीय विकास के लिए अलग से कार्य योजना तैयार की गई है।
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परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक आरपी सिंह का कहना है कि अभी तक शासन के निर्देश पर 100 दिनों के कार्य योजनाओं एवं उपलब्धियों को प्रस्तुत किया गया है। अब मुख्यमंत्री ने स्वयं आगे बढ़ते हुए नैमिषारण्य तीर्थ के लिए जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें चलाने की बात कही है। ऐसे में रोडवेज प्रबंधन की टीम ने इसके लिए जमीनी स्तर पर होमवर्क करना शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व इलेक्ट्रिक बस निर्माता कंपनी के एक प्रतिनिधि परिवहन निगम मुख्यालय आए थे। उन्हें डेमो देने को कहा गया था, लेकिन अभी तक कार्य आगे नहीं बढ़ सका है। फिर भी हमें पूरी उम्मीद है कि जल्द ही सीतापुर नैमिषारण्य तीर्थ के लिये इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जाएंगी। इससे पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को बेहतर परिवहन की सुविधा मिल सकेगी।
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हि.स