कानपुर में बिना नम्बर प्लेट की कार चला रहे दारोगा का पांच हजार का कटा चालान
अगर आप बिना नम्बर की गाड़ी चला रहे हैं तो अब सर्तक हो जाए। कानपुर पुलिस अब ऐसे वाहन चालकों को बक्शने वाली नहीं है फिर वह चाहे चह..

राज्यपाल की वीवीआईपी ड्यूटी पर तैनात दरोगा की कार देख पुलिस आयुक्त के आदेश पर की गई
अगर आप बिना नम्बर की गाड़ी चला रहे हैं तो अब सर्तक हो जाए। कानपुर पुलिस अब ऐसे वाहन चालकों को बक्शने वाली नहीं है फिर वह चाहे चह व्यक्ति खाकी पहने विभाग पुलिस कर्मी ही क्यों न हो।
जी हां उक्त बातें किसी कहानी सी लग रही हैं लेकिन सच यह है कि जनपद में गुरुवार को एक दरोगा की कार का 05 हजार रुपये का चालान काटा गया है। यह कार्यवाही उस वक्त की गई जब दरोगा राज्यपाल की ड्यूटी पर तैनात थे और पुलिस आयुक्त की फ्लीट हाइवे पर सुरक्षा को लेकर निरीक्षण पर निकले थे।
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दरअसल, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदबेन पटेल एक दिन के कानपुर प्रवास के बाद आज सड़क मार्ग से औरैया कार्यक्रम में शामिल होने जा रही थी। उनकी सुरक्षा में कानपुर कमिश्नरेट द्वारा रास्ते में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए थे।
सुरक्षा की दृष्टि से अन्य पुलिस कर्मियों की तरह नौबस्ता थाने में तैनात एसआई महेन्द्र सिंह की ड्यूटी लगाई गई थी। वह अपनी बिना नम्बर प्लेट की वैगनआर कार से नौबस्ता बम्बा में राज्यपाल की वीवीआईपी ड्यूटी पर पहुंचे थे।
दरोगा कार खड़ी करने के बाद वह अपने ड्यूटी प्वाइंट पर तैनात थे। इस दौरान पुलिस आयुक्त असीम अरुण की फ्लीट सुरक्षा मानकों को चेक करते हुए गुजर रहे थे। उन्होंने बगैर नम्बर प्लेट की और पुलिस का लोगो लगी कार खड़ी देखी।
पुलिस आयुक्त ने तुरंत नौबस्ता थाना प्रभारी को कार चेक करने और चालान करने के आदेश दिए। नौबस्ता थाना प्रभारी सतीश कुमार सिंह ने बगैर नम्बर के गाड़ी चलाने पर आम नागरिकों की तरह दरोगा का 05 हजार रुपये का चालान कर दिया।
इस सम्बंध में पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया कि पुलिस लाइन व सभी थानों को आदेशित किया गया है कि कोई भी बगैर नम्बर की की गाड़ी न चलाता मिले। बिना नम्बर प्लेट के गाड़ी चलाना अपराध है।
इसी क्रम में आज ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी की बिना नम्बर प्लेट के वाहन मिलने पर चालान किया गया है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि, यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर ऐसी कार्यवाही आगे भी होती रहेंगी।
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कार्यवाही बनेगी नजीर
पुलिस आयुक्त असीम अरुण द्वारा ड्यूटी पर बिना नम्बर प्लेट के दरोगा की खड़ी कार का पांच हजार का चालान कराना उनकी कर्तव्य निष्ठा व ईमानदारी की मिसाल पेश करता है। यह मिसाल कानपुर ही नहीं पूरे प्रदेश व देश के नागरिकों के लिए भी एक बड़ी नजीर है।
दरोगा की कार का चालान कराया जाना कोई बड़ी कार्यवाही नहीं है लेकिन इस कार्यवाही ने समाज व सामान्य नागरिकों में एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत किया है। अब कानपुर कमिश्नरेट में रहने वाले नागरिकों भी इससे सबक लेंगे और यातायात नियमों को उल्लंघन करने से परहेज करेंगे।
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