कानपुर में नकली शराब बनाकर उप्र के 20 जिलों में की जा रही थी सप्लाई, चार गिरफ्तार
कानपुर से प्रदेश में देशी शराब की बोतलें बनाने के आड़ में अवैध और नकली शराब के धंधे का पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने भंडाफोड़ किया..
- हरियाणा और पंजाब से आती थी शराब बनाने के लिए स्प्रिट
- उत्तर प्रदेश के करीब 20 जनपदों में हो रही थी सामान की सप्लाई
- देशी शराब के कई ब्रांड के रैपर व स्टीकर भी हुए बरामद
कानपुर से प्रदेश में देशी शराब की बोतलें बनाने के आड़ में अवैध और नकली शराब के धंधे का पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने भंडाफोड़ किया है। थाना पनकी क्षेत्र में चल रही फैक्ट्री से प्रदेश के करीब 20 जनपदों में नकली शराब के लिए बोतले, क्यूआरकोड व अन्य सामग्री मुहैया कराई जा रही थी।
छापेमारी करके क्राइमब्रांच ने बड़ी मात्रा में देशी शराब की खाली बोतलें, ढक्कन और क्यूआर कोड के साथ ही 1500 लीटर अवैध शराब भी बरामद की है। करीब ढाई सालों से चल रहे इस धंघे में लिप्त चार अभियुक्तों को भी पुलिस ने धर दबोचा है।
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- ऐसे चलाया जा रहा था खेल
पनकी में एसके इंटरप्राइजेज नाम से देशी शराब की पैकिंग जिसमें बोतल, ढक्कन, क्यूआर कोड बनाने की फैक्ट्री है। इन बोतलों में सुपीरियर नाम की देशी शराब पैक की जाती है।
इसकी सप्लाई का एग्रीमेंट जनपद बरेली में प्रतिदिन दो हजार बोतलों का है। यह फैक्ट्री ईडब्ल्यूएस बर्रा-2 निवासी अनुज वर्मा उर्फ श्रीकांत वर्मा की है।
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- 20 जिलों में थी सप्लाई
एसके इंटरप्राइजेज नाम की बाटल बनाने की कंपनी के माध्यम से प्रदेश के जिलों में पिछले ढाई वर्षों से अवैध देशी शराब की खाली बोतले, अवैध शराब सहित अन्य उपकरण सप्लाई कर रहे थे।
अभियुक्तों द्वारा प्रतिदिन 16000 बोतल बनाई जाती थी। इसमें मात्र 2000 बोतल अधिकृत थीं।प्रतिमाह करीब चार लाख बोतल अनाधिकृत तरीके से प्रदेश में बेची जा रही थी।
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- 200 (स्प्रिट) शराब को 600 लीटर बनाते थे
बोतल के अतिरिक्त एथाइल एल्कोहल, बोतल के ढक्कन,रैपर, क्यूआर कोड आदि काफी समय से सप्लाई किया जा रहा था। इनके द्वारा 200 लीटर इथाइल अल्कोहल 28 हजार रुपये में ली जाती थी जिसमें लगभग क्रेता के द्वारा तीन गुना पानी मिलाकर उसे 600 लीटर बनाया जाता था।
इस प्रकार प्रति 01 लीटर शराब की लगभग लागत कीमत 50 रुपये थी जिसको लगभग 05 क्ववार्टर बनाकर प्रति क्ववार्टर 110 रुपये कीमत पर बेचा करते थे।
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- यह काम था इनके जिम्मे
मौके से गिरफ्तार हुए अभियुक्तों में से सभी का काम बंटा हुआ था। फैक्ट्री मालिक बर्रा निवासी अनुज अवैध शराब और सामग्री का ठेका लिया करता था। दूसरा अभियुक्त नौबस्ता निवासी राजू गुप्ता लोडर से सप्लाई करने का काम करता था।
मिश्री बाजार थाना मूलगंज निवासी मो0 जाकिर उर्फ गुल्लू दिल्ली से क्यूआर कोड लेकर आता था। छिबरामऊ जिला कन्नौज निवासी मो0 शान खाली बोतलों में नकली शराब भरने का काम करता था।
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- प्रदेश में यहां की जा रही थी सप्लाई
मैनपुरी, बलरामपुर,फर्रुखाबाद, हरदोई,बाराबंकी,आगरा, गोंडा, फतेहपुर, उन्नाव, मैनपुरी, अलीगढ,महोबा।
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- यह हुई बरामदगी
1400 लीटर अवैध शराब, 50000 ढक्कन, 5,000 QR कोड, लाखों बोतल कैप्सूल, 2000 शराब की भरी बोतलें, एक आल्टो कार, एक लोडर, एक बाइक, एक डिग्री नापने वाला मीटर, 225 बोतल क्ववार्टर तैयार मस्तीहू ब्रांड।
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- टीम को मिलेगा इनाम
क्राइम ब्रांच द्वारा किये गये इस बड़े खुलासे पर डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने टीम को 10 हजार रुपये इनाम और प्रशस्तिपत्र देने की घोषणा की है। टीम में उप निरीक्षक विजय दशर्न शर्मा, उप निरीक्षक सुनीत शर्मा, मुख्य आरक्षी दुर्गेश मणि त्रिपाठी व शहबाज खान, आरक्षी बंधन कटियार, अरविंद कुमार, नवीन कुमार, दिग्विजय, अजय कुमार गुप्ता शामिल हैं।
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