अब झांसी रेल मंडल में 110 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेनें
झांसी-कानपुर रेलखंड समेत ललितपुर, मानिकपुर आदि रूट पर रेल ट्रैक के चौड़ीकरण का काम पिछले वर्ष में पूरा हुआ। इसके...
झांसी-कानपुर रेलखंड समेत ललितपुर, मानिकपुर आदि रूट पर रेल ट्रैक के चौड़ीकरण का काम पिछले वर्ष में पूरा हुआ। इसके बाद यहां औसत रफ्तार बढ़ाने की इजाजत मांगी गई थी। इस गति से रेल परिचालन की इजाजत मिल गई है। अब ललितपुर-खजुराहो के बीच 164.25 किलोमीटर रेलखंड पर वर्तमान गति 100 किमी प्रति घंटा के बजाए 110 किमी प्रति घंटा हो जाएगी।
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झाँसी मंडल अवसंरचनात्मक विकास कार्यों में निरंतरता बनाये रखे हुए है। जिसके फलस्वरूप मंडल द्वारा अपने सभी ब्रांच लाइन रेलखंड की सक्षमता को ध्यान में रखते हुए पर रेल संचालन गति बढ़ाते हुए 110 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी है। जिसमें मंडल के ललितपुर-खजुराहो 164.25 किलोमीटर रेलखंड की वर्तमान गति 100 किमी प्रति घंटा को बढाकर 110 किमी प्रति घंटा कर दिया गया है।
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इसी क्रम में बिरलानगर-सोनी 55.49 किमी रेलखंड की गति को 90 किमी प्रतिघंटा से बढाकर 110 किमी प्रति घंटा , सोनी-भिंड 23.59 किमी रेलखंड की गति बढाकर 75 किमी प्रति घंटा से 110 कर दिया गया है तथा भिंड -उदिमोर 23.77 किमी रेलखंड पर गति को 100 किमी प्रति घंटा से 110 किलोमीटर प्रति घंटा कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि मंडल की प्रमुख और सबसे व्यस्ततम रेलखंड धौलपुर-बीना रेलखंड पर धौलपुर-ललितपुर खंड लगभग 253 किलोमीटर रेलखंड पर सेक्शनल गति को 130 किलोमीटर प्रति घंटा तथा इसी खंड के ललितपुर-बीना 62 किलोमीटर किलोमीटर रेलखंड पर सेक्शनल 120 किलोमीटर प्रति घंटा है, जिसको अब और बढाए जाने हेतु मंडल प्रयासरत है।
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मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के दिशानिर्देशन में लगातार किये जा रहे विकास कार्य के चलते सभी रेलखंड की गति में बढ़ोतरी की जा रही है, जिससे समय-पालनता तथा रेलों के आवागमन में सुगमता आएगी। झाँसी मंडल सहित सम्पूर्ण उत्तर मध्य रेलवे 100 प्रतिशत विद्युतिकृत हो गया है, इसी क्रम में 05 नवम्बर 2022 को आवश्यकतानुसार सांक स्टेशन पर भी नया कर्षण सब स्टेशन (टीएसएस) तैयार कर संस्थापित किया गया है।