मैडम को जीरो टॉलरेंस का नहीं है डर, अध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षर से निकाले दो लाख शुरू हुई जांच
एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में जीरो टॉलरेंस की नीति लागू कर भ्रष्टाचारियों पर लगाम कस रहे हैं..
बांदा,
एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में जीरो टॉलरेंस की नीति लागू कर भ्रष्टाचारियों पर लगाम कस रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ सरकारी कर्मचारी भी तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। ऐसा ही एक कारनामा कमासिन ब्लॉक क्षेत्र के कम अपोजिट विद्यालय कुचौली का सामने आया है। जहां की प्रधानाचार्य ने सीएमसी अध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षरो से आर्यावर्त बैंक पछौहा से करीब 2 लाख रुपए आहरित कर लिया है। अध्यक्ष ने शपथ पत्र सहित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को शिकायती पत्र प्रस्तुत करके जांच की मांग की। जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी ने जांच शुरू कर दी है।
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कम्पोजिट विद्यालय कुचौली में श्रीमती सारिका शुक्ला प्रधानाचार्य हैं तथा सन 2020 से भोला पुत्र गरीबदास विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष हैं। सीएमसी अध्यक्ष भोला प्रसाद ने बताया है की प्रधानाचार्य ने बैंक में खाता खुलवाने के लिए मेरा आधार कार्ड व फोटो तो ले लिया था। मगर फार्म में हस्ताक्षर नहीं करवाए थे। मैं अपने निजी काम से आर्यावर्त बैंक पछौहा गत फरवरी में गया था।
तब मुझे जानकारी हुई की प्रधानाचार्या ने 23 अप्रैल 2021 से 23 सितंबर 2021 के मध्य प्रबंध समिति के खाता से 1,87,000 रुपए मेरे फर्जी हस्ताक्षर से आहरण कर लिया है। ऐसा खुलासा होने पर मेरे होश उड़ गए और मैंने 21 फरवरी 2022 को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को शपथ पत्र व बैंक स्टेटमेंट की छाया प्रति देकर जांच व कानूनी कार्रवाई की मांग की थी।
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सीएमसी अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया है की मैडम दबंग किस्म की हैं और कभी कभार ही स्कूल आती हैं इसके अलावा 12 अप्रैल 2021 को भवन निर्माण के लिए शासन द्वारा धन उपलब्ध कराया था किंतु प्रधानाचार्या ने 1 साल व्यतीत हो जाने के बाद भवन निर्माण शुरू नहीं कराया है बल्कि उक्त धनराशि में भी करीब डेढ़ लाख रुपए निकालकर निजी कार्य में लगा लिया है।
सीएमसी अध्यक्ष की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बीएसए रामपाल सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारी जगत सिंह राजपूत को जांच अधिकारी नियुक्त किया है, जिन्होंने जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस संबंध में जब खंड शिक्षा अधिकारी जगत सिंह राजपूत से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा जांच की जा रही है। दूसरी तरफ कम अपोजिट विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती सारिका शुक्ला से जब बातचीत शुरू की गई तो उन्होंने अपना तुरंत मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। उधर ग्राम पंचायत अध्यक्ष शेष नारायण शुक्ला से जब बातचीत की गई तो उन्होंने भी प्रधानाचार्या पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
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