कृषि विश्वविद्यालय बांदा द्वारा इस दिन आयोजित होगा किसान मेला-2023

कृषि तकनीकी के विकास एवं प्रसार हेतु किसान मेले का आयोजन अत्यन्त ही उपयोगी माध्यम...

कृषि विश्वविद्यालय बांदा द्वारा इस दिन आयोजित होगा किसान मेला-2023

बांदा,  कृषि तकनीकी के विकास एवं प्रसार हेतु किसान मेले का आयोजन अत्यन्त ही उपयोगी माध्यम है। किसान मेले में कृषकों एवं कृषि से जुड़े सभी हितधारकों के ज्ञान, अवसर व कौशल वर्धन हेतु सुगम एवं प्रभावशाली माध्यम है। कृषि विश्वविद्यालय, बाँदा के प्रसार निदेशालय द्वारा गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी किसान मेले का आयोजन 27-29 अक्टूबर 2023 को विश्वविद्यालय परिसर के मेला ग्राउण्ड में किया जा रहा है, जो एक शुभ संकेत है। इस मेले से बुन्देलखण्ड के कृषि एवं विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गयी विभिन्न तकनिकियों के माध्यम से कृषक लाभान्वित होगें।

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यह वक्तव्य उत्तर प्रदेश शासन के  मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान, सूर्यप्रताप शाही ने विश्वविद्यालय भ्रमण के दौरान किसान मेला 2023 के विवरणिका के विमोचन के अवसर पर कही। मंत्री ने विश्वविद्यालय में चित्रकूटधाम, झाँसी एवं विन्ध्यमण्डल के कृषि की समीक्षा बैठक में उपस्थित राज्य के शीर्ष कृषि अधिकारियों, मण्डल के कृषि पधाधिकारियों की उपस्थिति में किसान मेला 2023 के विवरणिका का विमोचन किया। मंत्री जी ने उपस्थित पधाधिकारियों को मेले के सफल बनाने के लिये विभागीय स्टॉलों के अलावा किसान मेले के व्यापक प्रचार व प्रसार एवं किसानों की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया। 

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मंत्री जी ने यह भी कहा कि बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र और यहाँ की कृषि का विकास प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ के शीर्ष प्राथिमिकताओं में है। अतः हम सभी का दायित्व है कि ऐसे आयोजनों में संवेदनशीलता से कार्य करते हुये कार्यक्रम को सफल बनाया जाये। विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. नरेन्द्र प्रताप सिंह ने इस अवसर पर कहा कि इस वर्ष किसान मेले का थीम उत्तर प्रदेश की उभरती अर्थव्यवस्था में बुन्देली कृषि का योगदान रखा गया है। तीन दिवसीय किसान मेले में बुन्देलखण्ड एवं प्रदेश के कृषकों, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय कृषि शोध संस्थाओं, कृषि विश्वविद्यालयों, निवेश व आदान वितरक संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, कृषि व कृषि से सम्बन्धित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारीगणों की सहभागिता रहेगी।

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विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशालय के निदेशक, प्रो. एन.के. बाजपेयी ने बताया कि श्री अन्न फसलें, प्राकृतिक खेती, एग्री र्स्टाटअप, उन्नत कृषि तकनिकियाँ, कृषक उत्पादक समूहों द्वारा उत्पादित विभिन्न उत्पाद मुख्य आर्कषण रहेगा। प्रो. बाजपेयी ने बताया कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र धार्मिक, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक दृष्टिकोण से सम्पन्न क्षेत्र है, परन्तु कृषि उत्पादन व कृषि उद्योगधन्धों की दृष्टि से यह क्षेत्र अभी भी पिछड़ा है। किसान मेले के आयोजन का उद्देश्य विश्वविद्यालय द्वारा विकसित क्षेत्रानुकुल कृषि तकनिकियों का प्रसार, आदानों का विपणन तथा कृषक-वैज्ञानिक संवाद से कृषि को और सुदृण व लाभकारी बनाया जा सके, जिससे बुन्देलखण्ड की कृषि में अधिक से अधिक रोजगार विकसित किया जा सके। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी, प्राध्यापकगण व कृषि विभाग के मण्डल एवं जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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