अभियान में 1536 आशा कार्यकर्ताओं की 81 हजार घरों में ‘दस्तक’

मौसम में हुए बदलाव से संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। इसको मात देने के लिए दस्तक अभियान चल रहा...

अभियान में 1536 आशा कार्यकर्ताओं की 81 हजार घरों में ‘दस्तक’

मौसम में हुए बदलाव से संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। इसको मात देने के लिए दस्तक अभियान चल रहा है। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीमें लोगों के घरों पर दस्तक देकर संचारी रोगों से ग्रसित मरीजों को चिह्नित कर रही हैं। सात अक्टूबर से शुरू हुए इस अभियान में 3.42 लाख घरों को कवर करने का लक्ष्य निर्धारित है। अब तक 81656 घरों में आशाओं ने दस्तक दी है।

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जिला मलेरिया अधिकारी पूजा अहिरवार ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित 1536 टीमें घरों मे जाकर टीबी के सक्रिय मरीज, डेंगू, फाइलेरिया, मलेरिया और इंसेफेलाइटिस आदि संचारी रोगों से ग्रसित मरीजों को चिह्नित कर उन्हें उपचार, ऑनलाइन पंजीकरण और योजनाओं का लाभ देने का कार्य कर रही हैं। साथ ही संचारी रोगों से बचाव की जानकारी के स्टीकर भी चस्पा कर रही हैं।

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 बताया कि अभियान के दौरान आंगनबाड़ी के सहयोग से कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की सूची तैयार की जा रही है। यह सूची एनएनएम के माध्यम से ब्लाक मुख्यालय भेजी जाएगी। जहां बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से पोषण पुनर्वास केंद्रों पर भेजकर उपचार एवं पोषण उपलब्ध कराया जायेगा। इस अभियान में बुखार के अलावा गंभीर रोगों के मरीजों को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है। सभी को निःशुल्क इलाज मुहैया कराया जाएगा। 

डीएमओ ने बताया कि संचारी रोग मच्छरों से फैलने वाला वह संक्रामक रोग है, जो किसी न किसी रोग जनित वायरस के कारण होता है। अभियान में बुखार के 53 रोगी चिन्हित किये गए हैं। सभी रोगियों की मलेरिया जांच भी करवाई जा चुकी है। कोई भी रोगी मलेरिया धनात्मक नही पाया गया है।

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