हमीरपुर में कोरोना संक्रमित होने वालों का ग्राफ आया नीचे

भले ही कोरोना संक्रमित होने वालों का ग्राफ नीचे आया हो, लेकिन मौतों का ग्राफ रोज बढ़ रहा है। चौबीस घंटे के दौरान पूर्व विधायक..

हमीरपुर में कोरोना संक्रमित होने वालों का ग्राफ आया नीचे

पूर्व विधायक के भतीजे सहित वरिष्ठ अधिवक्ता की कोरोना से मौत

भले ही कोरोना संक्रमित होने वालों का ग्राफ नीचे आया हो, लेकिन मौतों का ग्राफ रोज बढ़ रहा है। चौबीस घंटे के दौरान पूर्व विधायक के भतीजे सहित वरिष्ठ अधिवक्ता की कोरोना की चपेट में आने से मौत हो गई। पूर्व विधायक के भतीजे का कानपुर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। जबकि वरिष्ठ अधिवक्ता की कोविड एल टू हॉस्पिटल कुरारा में मौत हुई। इससे वकीलों में शोक की लहर दौड़ गई। 

कुरारा ब्लाक के भैंसापाली गांव निवासी चंद्रभान कुशवाहा (60) अमन शहीद मोहल्ले में आवास बनाए थे और स्थानीय कचहरी में वकालत करते थे। एक मर्तबा वह अपने गांव के प्रधान भी रहे। इधर, गत माह हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी चंद्रभान सक्रिय रहे और जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशियों के प्रचार में लगे रहे। इसी दौरान उनकी तबियत खराब हुई। कोरोना की पुष्टि होने के बाद चंद्रभान को कोविड एल टू हॉस्पिटल कुरारा में भर्ती कराया गया था। जहां बुधवार को उनकी अस्पताल में ही मौत हो गई। इस खबर से वकीलों में शोक की लहर दौड़ गई।

यह भी पढ़ें - राजधानी एक्सप्रेस की तर्ज पर चलाई जा रही ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें

तीजा कमेटी के अध्यक्ष का कोरोना से निधन

सुमेरपुर कस्बे के निवासी पूर्व विधायक प्रताप नारायन दुबे के भतीजे तीजा महोत्सव के अध्यक्ष एवं पूर्व गल्ला तिलहन व्यापार संघ के अध्यक्ष अतुल कुमार द्विवेदी उर्फ सिंगल का कोरोना संक्रमण के चलते कानपुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।

कस्बे में निधन की सूचना मिलते ही शोक की लहर दौड़ गई। यह अपने पीछे पत्नी एवं चार पुत्रियों को रोता बिलखता छोड़ गए हैं। कांग्रेस से तीन बार विधायक रहे प्रताप नारायन दुबे के भतीजे अतुल द्विवेदी उर्फ सिंगल (58) कस्बे के ऐतिहासिक तीजा महोत्सव में निकलने वाली शोभायात्रा कमेटी के अध्यक्ष थे। यह कई वर्षों तक गल्ला तिलहन व्यापार संघ के अध्यक्ष भी रहे थे।

यह भी पढ़ें - लक्षणयुक्त रोगियों को मुफ्त दवा वितरण को 13 मोटरसाइकिले रवाना

इन्होंने एक बार अमर सिंह की राष्ट्रीय लोक मंच से चुनाव लड़ा था। यह पिछले चार-पांच दिनों से बीमार थे। इनका उपचार कानपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। यह कोरोना संक्रमित थे।

ऑक्सीजन लेवल गिरने पर इनको कानपुर में भर्ती कराया गया था। बुधवार को दोपहर में उन्होंने अंतिम सांस ली। यह अपने पीछे पत्नी एवं चार पुत्रियों को रोता बिलखता छोड़ गए हैं। सभी पुत्रियां अविवाहित हैं। इनके निधन की खबर कस्बे में आते ही शोक की लहर दौड़ गई।

यह भी पढ़ें - अब लेखपाल होम आइसोलेटेड मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराएंगे

हि.स

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
1
funny
0
angry
0
sad
0
wow
1