महिलाओ, किशोरियों, बच्चों को बांटे गए फ्रूट जूस

महिलाओं और बच्चों को कुपोषण से बचाने एवं जागरूकता के लिए जन कल्याण शिक्षण समिति ने राष्ट्रीय पोषण माह...

महिलाओ, किशोरियों, बच्चों को बांटे गए फ्रूट जूस

पौष्टिक खानपान व स्थानीय फल को दें बढ़ावा : शंकर दयाल

कहा कि कुपोषण के प्रति जागरुक कर रहा संस्थान 

चित्रकूट। महिलाओं और बच्चों को कुपोषण से बचाने एवं जागरूकता के लिए जन कल्याण शिक्षण समिति ने राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत पोषण माह मनाया। इसके अंतर्गत पोषण वही जो हो सही, गर्भवती महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों को पोषण के प्रति जागरूक करन, कुपोषण से बचाने के लिए ग्राम मारकुंडी, सरैया, चंद्रामारा, खरौंध, खोह, बिहारा, संग्रामपुर में गोष्ठी का आयोजन किया गया। 

जन कल्याण शिक्षण प्रसार समिति के कार्यक्रम समन्वयक आदित्य मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य छोटे बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओ, स्तनपान करने वाली महिलाओं को कुपोषण व एनीमिया से बचाना है। सीएसडब्लू पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि बच्चों को खाना खिलाने से पहले साफ सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। प्रदूषित खानपान से भी बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। संस्था के सचिव शंकर दयाल ने बताया कि बाल विकास एवं पोषाहार के मुद्दों पर विशेष रूप से संस्था काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कुपोषण देश में एक बड़ी समस्या है। इस दिशा में भारत सरकार एवं राज्य सरकारें कार्य कर रही है। लोगों में कुपोषण के विषय में जानकारी के अभाव से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पा रहा है। पौष्टिक खानपान के लिए पारंपरिक भोजन, मोटा अनाज व स्थानीय फल को बढ़ावा देना चाहिए। बताया कि डाबर इण्डिया लिमिटेड के सहयोग से सभी को आम, अमरूद, लीची आदि फलों का जूस वितरित किया गया।

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