किसान मेले में माडल गांव बनाने के लिए किसानों को दिखाई राह
कृषि विश्वविद्यालय में शुरू हुए तीन दिवसीय किसान मेले में माडल गांव के बारे में किसानों को जागरूक किया गया। मेले में...
कृषि विश्वविद्यालय में शुरू हुए तीन दिवसीय किसान मेले में माडल गांव के बारे में किसानों को जागरूक किया गया। मेले में लगाए गए स्टॉल पर किसानों की भारी भीड़ रही। जिन्हें गांव को माडल बनाने के लिए 25 बिंदुओं की जानकारी दी गई।
यह भी पढ़ें - खेती में अभिरूचि व बुन्देलखण्ड मेें जलवायु परिवर्तन के कारण पलायन शुरू हुआःरामकेश निषाद
कृषि मेले में जहां सौ स्टाल लगाए गए थे वही माडल गांव संस्था द्वारा भी अपना स्टॉल लगाया गया। इस स्टाल के माध्यम से सचिन चौधरी और राघवेंद्र चौधरी ने किसानों को माडल गांव बनाने के लिए शपथ पत्र से संबंधित 25 बिंदुओं की जानकारी दी । इस दौरान किसानों ने माडल की जानकारी हासिल करने के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
यह भी पढ़ें - रानीपुर वन्य जीव विहार के बाघ की दहाड से महिलाओं में, एक गिरकर बेहोश
इस संबंध में संस्था द्वारा बताया गया कि गांव में विकास का एजेंडा विलेज मेनिफेस्टो के माध्यम से गांव के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने का काम कर रही है। वही किसान मेले के माध्यम से किसानों को माडल गांव बनाने के लिए बिंदुवार जानकारी दी गई ताकि माडल गांव बनाने के उद्देश्य से गांव का विकास कर सके।
यह भी पढ़ें - महोबा पुलिस ने देवोत्थान एकादशी में प्रेमी प्रेमिका की करा दी शादी
संस्था ने बताया कि हमारा उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा गांव में माडल गांव तैयार करना है इसके लिए विलेज चेंज मेकर भी तैयार किए जाएंगे जो राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण देने का काम करेंगे। मेले में क़ृषि एवं अन्य विषयों के छात्रों ने माडल गाँव के साथ जुड़कर गाँव को मॉडल बनाने का संकल्प भी लिया।