रानीपुर वन्य जीव विहार के बाघ की दहाड से महिलाओं में, एक गिरकर बेहोश

जंगल मे लकडी बीनने गई आधा दर्जन महिलाओं में बाघ की दहाड सुनकर चार महिलाओं ने भाग कर जान बचाई। जबकि...

रानीपुर वन्य जीव विहार के बाघ की दहाड से महिलाओं में, एक गिरकर बेहोश

जंगल मे लकडी बीनने गई आधा दर्जन महिलाओं में बाघ की दहाड सुनकर चार महिलाओं ने भाग कर जान बचाई। जबकि एक महिला बेहोश होकर जगंल मे गिर गई । सौभाग्य रहा कि बाघ जगल की तरफ वापस लौट गया जिससे महिला की जान बच गई।  मामला रानीपुर वन्य जीव विहार से सटे मघ्यप्रदेश मझगवां रेज के निवारी जंगल का है। बुधवार को दोपहर एक बजे सभापुर थाना क्षेत्र की पचोखरा गांव की एक ही परिवार के चार महिलाएं  इंद्निया वर्मा , गायत्री वर्मा मीना वर्मा , शर्मिला के साथ गांव की संगीता प्रजापति सूखी लकड़ियां बीनने गई थी । इसी दौरान बाघ की तेज दहाड सुनाई पडी।

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उन्होने सामने बाघ का विचरण करते देखा तो आवाक रह गई दहशत के मारे जंगल से  दौड़ लगा दी। तभी इंद्र निया वर्मा बेहोश होकर गिर गई । लेकिन तबतक बाघ जगल की ओर वापस चला गया । सूचना पर वन मंडल अधिकारी विपिन पटेल व  मझगवां रेजर पंकज दुबे अपने कर्मचारियों को साथ मौके में पहुंचे और बेहोशी हालत में महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझगवा में भर्ती कराया । रेज़र  ने बताया इन दिनों जंगलों में काफी मात्रा में बाघ तेंदुआ की सूचना है लगातार ग्रामीणों को सचेत किया जा रहा है कि जंगल न जाए । 

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पाठा के विध्य पर्वत के जंगलो मे ठण्ड में हिसंक जानवरो द्वारा वन्यजीवों के शिकार की संभावनाएं और बढ़ जाती हैं। ठंड के सीजन मे शिकार की संभावना को देखते हुए एमपी-यूपी का वन विभाग  ने जंगल के अंदर चौकसी बढा दी है। गुरुवार को रानीपुर वन्यजीव विहार  मानिकपुर  वनक्षेत्राधिकारी कृष्णपाल द्विवेदी व मारकुण्ड़ी के अशोक कुमार जैन सयुक्त टीम बनाकर  मानिकपुर के निही , रानीपुर , सकरौहा , मरवारिया  तथा मारकुंडी रेंज क्षेत्र के चौरी और परासिन जंगल मे गश्त कर रहे है। 

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जंगल और वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। चित्रकूट वन अमला कर्मचारियों और संसाधनों के अभाव से जूझते हुए भी वन्यजीवों और जंगल की सुरक्षा मे किसी भी तरह की चूक नहीं होने का पूरा प्रयास कर रहा है। वहीं मध्य प्रदेश  वन अमला कर्मचारियों और संसाधनों से लैश होकर रात्रि मे भी गश्त कर रहा है। संवेदनशील और असंवेदनशील इलाकों पर तीसरी निगाहों की मदद ली जा रही है। रानीपुर वन्य जीव बिहार  से सटे वनरेंज मझगवां, चितहरा व चित्रकूट के जंगल मे गश्तीदल सर्चिंग कर रहा है। वन्यजीवों पर खतरा हमेशा बना रहता है। लेकिन सर्दी शुरू होते ही वन्यजीवों के शिकार की संभावनाएं और बढ़ जाती है ।

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