यूरोपीय स्पेस एजेंसी ने पृथ्वी की ओर गिरते मृत उपग्रह की तस्वीर भेजी, खतरे की आशंका

आने वाले दिनों में मृत अंतरिक्ष यानों के कबाड़ को ठिकाने लगाने की बहुत बड़ी चुनौती बन रही है...

Feb 22, 2024 - 02:56
Feb 22, 2024 - 03:05
 0  1
यूरोपीय स्पेस एजेंसी ने पृथ्वी की ओर गिरते मृत उपग्रह की तस्वीर भेजी, खतरे की आशंका

चेन्नई। आने वाले दिनों में मृत अंतरिक्ष यानों के कबाड़ को ठिकाने लगाने की बहुत बड़ी चुनौती बन रही है। मृत उपग्रह यूरोपीय स्पेस एजेंसी के वैज्ञानिक पृथ्वी-निगरानी मिशन ईआरएस-2 का हिस्सा था। इसे 21 अप्रैल 1995 को लॉन्च किया गया था और 16 साल की जीवन यात्रा के बाद इसने 2011 में कार्य करना बंद कर दिया। जिसके बाद सारा सिस्टम मृत हो गया।

यह भी पढ़े : उज्जैन : महाकाल मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए बनेगा पांच सितारा श्रेणी का सुविधा घर, मिलेंगी ये सुविधाएं

जिस समय यह सक्रिय था, उस दौरान ईआरएस-2 ने ध्रुवीय बर्फ, बदलती भूमि सतहों, समुद्र के स्तर में वृद्धि, गर्म होते महासागरों और वायुमंडलीय रसायन विज्ञान पर तमाम महत्वपूर्ण डेटा एकत्र किया। इसके अतिरिक्त उपग्रह को दूरदराज के क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

यह भी पढ़े : मप्रः स्वास्थ्य विभाग में तीन हजार 323 पदों में होगी नियुक्ति

यूके स्पेस एजेंसी की ओर से ऑस्ट्रेलियाई कंपनी एचईओ द्वारा पुराने और निष्क्रिय उपग्रहों के ऐसे चौंकाने वाले चित्र भेजे गए हैं, जो काफी चिंताजनक हैं। मृत उपग्रह का वजन लगभग 5,057 पाउंड (2,293.82 किलोग्राम) है और ईएसए का अनुमान है कि उपग्रह का सबसे बड़ा टुकड़ा जो जमीन तक पहुंच सकता है, वह 115 पाउंड या लगभग 52 किलोग्राम है। यूरोपीय स्पेस एजेंसी का कहना है कि यह धीरे-धीरे पृथ्वी की ओर आ रहा है।

यूरोपीय स्पेस एजेंसी के हैंडल से 19 फरवरी को "टम्बलिंग डिसेंट" की तस्वीरें साझा की गई हैं और कहा गया है कि "ईआरएस-2 देखा गया- ईएसए उपग्रह नीचे की ओर लुढ़क रहा है, जिससे यह वायुमंडलीय पुनः प्रवेश कर इस सप्ताह टूट जाएगा।

यह भी पढ़े : उप्र में सपा से गठबंधन का एलान, 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस

अब सवाल खड़ा होता है कि क्या मृत उपग्रह किसी बड़ी दुर्घटना का कारण हो सकता है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का अनुमान है कि मृत उपग्रह के किसी के सिर पर गिरने की संभावना है तो उसका जवाब है कि नहीं। सिर्फ एक अरब में से एक प्रतिशत ऐसी आशंका है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी की सतह का लगभग 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढंका हुआ है। संभावना यह है कि यह मृत उपग्रह इनमें ही कहीं गिरेगा।

हिन्दुस्थान समाचार

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 1
Sad Sad 0
Wow Wow 0