श्रद्धालुओं ने रिमझिम बारिश में लगाई कामदगिरि की परिक्रमा
अषाढ़ मास की अमावस्या पर्व में रिमझिम बारिश के बीच बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में स्नान...
सुरक्षा व सुविधा के मद्देनजर प्रशासन रहा सतर्क
चित्रकूट(संवाददाता)। अषाढ़ मास की अमावस्या पर्व में रिमझिम बारिश के बीच बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में स्नान किया। रामघाट स्थित मत्यगजेन्द्रनाथ मंदिर में भगवान शिव को जलाभिषेक कर कामदनाथ के दर्शन किए। इसके बाद कामदगिरि की परिक्रमा लर्गाअ। मेला में दो लाख से अधिक श्रद्धालु आए।
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प्रभु श्रीराम की तपोस्थली में अमावस्या पर जिला प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए। भारी वाहनों का प्रवेश बंद रहा। रूट डायवर्जन के साथ जोनल व सेक्टर मजिस्टेªटों की तैनाती की गई। अषाढ़ी अमावस्या में श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा गया। रिमझिम बारिश के बीच बड़ी संख्या में आस्थावान धर्मनगरी आए। रामघाट पहुंचकर मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाई। राजाधिराज मत्यगजेन्द्रनाथ मंदिर में शिव जलाभिषेक किया। भगवान कामदनाथ के दर्शन कर मन्नते मांगी। कामदगिरि परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालु जय श्रीराम के जयकारे लगाते रहे। हाथरस की घटना को देखते हुए जिला प्रशासन ने सावधनी के लिए जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात किया। श्रद्धालुओं को परिक्रमा मार्ग में फिसलने से बचने के लिए कई स्थानों पर बोरे डलवाए गए। आवारा पशु भी नहीं घुसने पाए। इसके लिए भी कर्मचारी लगाए गए। श्रद्धालुओं ने धर्मनगरी के जानकीकुंड, अनुसइया आश्रम सहित अन्य तीर्थ स्थानों के दर्शन किया।
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अमावस्या मेला में कई स्थानों पर प्रसाद का वितरण करने के साथ श्रद्धालुओं को ठंडा जल मठ मंदिरों व समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से कराया गया। परिक्रमा मार्ग के बरहा के मंदिर के पास आचार्य विपिन महराज के नेतृत्व में श्रद्धाुलुओं को प्रसाद बांटा गया।
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