यज्ञवेदी मंदिर, तोतामुखी हनुमान मंदिर और पर्णकुटी में मनाया दीपोत्सव
अयोध्या में रामलला की स्थापना को लेकर धर्मनगरी में रामघाट स्थित यज्ञवेदी मंदिर, तोतामुखी हनुमान मंदिर और पर्णकुटी में...
22 जनवरी तक 22 स्थानों पर यह चलेगा क्रम
चित्रकूट। अयोध्या में रामलला की स्थापना को लेकर धर्मनगरी में रामघाट स्थित यज्ञवेदी मंदिर, तोतामुखी हनुमान मंदिर और पर्णकुटी में दीपोत्सव, पूजन और संकीर्तन का कार्यक्रम हुआ। अब तक आठ स्थानों पर कार्यक्रम हुए। 22 जनवरी तक 22 स्थानों पर यह क्रम चलेगा।
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बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह और मत्तगजेंद्रनाथ मंदिर ट्रस्ट के कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीपदास महराज संयुक्त रूप से कार्यक्रम आयोजित करा रहे हैं। रामघाट के यज्ञवेदी मंदिर में ब्रह्मा जी ने यज्ञ किया था। इसी यज्ञ से मतवाले हाँथी की तरह नाचता हुआ एक पिंड प्रकट हुआ जो मत्तगजेंद्रनाथ कहलाए। हनुमान जी ने तोता का रूप बनाकर तुलसीदास जी को भगवान श्रीराम की पहचान कराई। यही तोतामुखी हनुमान जी हैं और पर्णकुटी में भगवान श्रीराम माता सीता और भाई लखन समेंत निवास किए। यहां प्रभु श्रीराम की अति प्राचीन मूर्तियाँ हैं। तीनों स्थानों पर दीपोत्सव का कार्यक्रम हुआ। साथ ही भजन संकीर्तन कराया गया।
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निर्वाणी अखाडा यज्ञवेदी मंदिर के महंत सत्यप्रकाश दास महराज नें दीपोत्सव कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने बताया कि साढे पांच सौ वर्षों के बाद प्रभु श्रीराम भव्य दिव्य मंदिर में विराजमान हो रहे हैं। इससे बड़ा उत्सव और इससे बड़ी खुशी संसार में दूसरी हो ही नहीं सकती। तोतामुखी हनुमान मंदिर के पुजारी मोहित दास महराज और पर्णकुटी के बच्चू महराज ने लोगों से 22 जनवरी को घरों में भव्य दिवाली मनाने की अपील की है। इस मौके पर प्रदीप द्विवेदी, अखिलेश त्रिपाठी, अम्बिका द्विवेदी, जगरूप पाठक, युवा व्यापार मंडल के महामंत्री अंकित पहारिया, पुष्पराज विश्वकर्मा, कर्वी माफी प्रधान बद्री सिंह पटेल समेत अन्य भक्तजन मौजूद रहे।