प्रशिक्षण : वंडर बॉक्स से खेलेंगे, पढ़ना लिखना सीखेंगे
प्री-प्राइमरी शिक्षा के अंतर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों में अवस्थित कोलोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को खेल-खेल...

चित्रकूट। प्री-प्राइमरी शिक्षा के अंतर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों में अवस्थित कोलोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को खेल-खेल में पढ़ना लिखना सिखाने के उद्देश्य से आईआईटी गांधी नगर द्वारा प्रदत्त वंडर बॉक्स के दो दिवसीय जनपद स्तरीय प्रशिक्षण बीआरसी सभागार में गुरुवार को दिया गया।
प्रशिक्षण में प्रत्येक विकासखंडों से दो एआरपी तथा दो आंगनबाड़ी सुपरवाइजर्स शामिल हुए। 24 प्रतिभागी अब अपने ब्लॉक में वंडर बॉक्स का प्रशिक्षण आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को देंगे। जिससे प्रत्येक कोलोकेटेड केंद्र में खेल-खेल में शिक्षा दी जा सकेगी और बच्चे प्रारंभ से ही अक्षर और संख्या ज्ञान आनंददायक माहौल में प्राप्त करना शुरू करेंगें। जनपद के पूर्व प्राथमिक शिक्षा के नोडल डायट प्रवक्ता एवं प्रशिक्षण संदर्भदाता मोहित सिंह ने कहा कि तीन से छह वर्ष की आयु में बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र में आते हैं। इस आयु में उनका मानसिक विकास तीव्र गति से वृद्धि कर रहा होता है। कोलोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चे अब वंडर बॉक्स की सहायता से सीखेंगे और खेल-खेल में अक्षर ज्ञान प्राप्त कर लेंगे। संदर्भदाता गीत श्रीवास्तव नोडल एसआरजी पूर्व प्राथमिक शिक्षा ने प्रतिभागियों को वंडर बॉक्स की विभिन्न गतिविधियों जैसे चेहरा पहचानें, अक्षर ज्ञान, पैग बोर्ड, प्यासा कौआ आदि गतिविधियों को कराया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में डीसी पुष्पेन्द्र सिंह नने सभी प्रतिभागियों को वंडर बॉक्स की गतिविधियों का प्रचार प्रसार तथा इसके माध्यम से शिक्षण करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यदि बच्चों की नींव मजबूत होगी तो उस पर भविष्य में एक सुंदर भवन का निर्माण किया जा सकता है। इसके लिए सभी को सीखने पर बल देना होगा। बच्चों की आंखों की चमक वापस लानी होगी।
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