मानव एकता दिवस के अवसर पर निरंकारी भक्तों ने किया 29 यूनिट रक्तदान
गुरूवार को मानव एकता दिवस के अवसर पर सन्त निरंकारी सत्संग भवन में सन्त निरंकारी मिषन की सामाजिक...

मानव एकता दिवस-निश्काम सेवा का अनुपम संकल्प
चित्रकूट। गुरूवार को मानव एकता दिवस के अवसर पर सन्त निरंकारी सत्संग भवन में सन्त निरंकारी मिषन की सामाजिक षाखा सन्त निरंकारी चैरिटेबल फाउण्डेषन के तत्वाधान में सत्संग समाप्ति के बाद एक विषाल स्वैच्छिक रक्तदान षिविर का आयोजन प्रातः 10 बजे से दोपहर एक बजे तक बांदा से पधारे कन्हैयालाल एवं चित्रकूट के मुखी षिवभवन की देखरेख में सम्पन्न हुआ। जिसमें निरंकारी सेवादल एवं श्रद्वालू भक्तों द्वारा 29 यूनिट रक्तदान उत्साह पूर्वक किया गया।
इस अवसर पर सभी ब्रान्चों में सत्संग कार्यक्रम आयोजित किये गये। रक्त संग्रह करने हेतु जिला चिकित्सालय चित्रकूट एवं सद्गुरू सेवा ट्रस्ट, जानकीकुण्ड के योग्य चिकित्सकों की टीम समस्त उपकरणों सहित इस पुनीत कार्य में उपस्थित रहें जिसमें जिला चिकित्सालय की टीम द्वारा 19 यूनिट का एवं जानकीकुण्ड की टीम द्वारा 10 यूनिट रक्त का संग्रह किया गया।
प्रेम व भाई चारे की भावना को उजागर करता मानव एकता दिवस निरंकारी मिषन द्वारा प्रतिवर्श 24 अप्रैल को बाबा गुरबचन सिंह जी की पावन स्मृति में श्रृद्वा और आध्यत्मिक भावनाओं से परिपूर्ण वातावरण में आयोजित किया जाता है। यह दिन केवल पुण्य स्मरण का अवसर नहीं अपितु मानवता, सौहार्द और एकत्व की भावनाओं का एक आत्मिक संगम है।
मानव एकता दिवस के अवसर पर मिषन द्वारा देष भर में रक्तदान की प्रेरक श्रंखला आरम्भ होती है जो निःस्वार्थ सेवा भावना की सामूहिक जागृति का स्वरूप बनकर पूरे वर्श समाज में प्रवाहित होती रहती है। इसके साथ ही सत्संग कार्यक्रमों के माध्यम से प्रेम, षान्ति और समरसता का प्रकाष भी जन-जन तक पहुंचाया जाता है। यह दिन इस बात का परिचायक है कि सेवा केवल एक कार्य नहीं अपितु निस्काम समर्पण का आत्मिक भाव है। इस वर्श भी सन्त निरंकारी चैरिटेबल फाउण्डेषन द्वारा पूरे भारतवर्श की लगभग 500 से अधिक ब्रान्चों पर भव्य रक्तदान षिविरों की अविरल श्रंखला आयोजित की गई। दिल्ली स्थित ग्राउण्ड नं0 08, निरंकारी चौक, बुराड़ी में आयोजित हुआ रक्तदान षिविर विषेश रूप से केन्द्र बिन्दु रहा जहंा श्रद्वालु अधिक संख्या में सम्मलित हुये। सभी ने पूर्ण उत्साह एवं समर्पण के साथ स्वेच्छा भाव से रक्तदान कर मानव कल्याण में अपना सहयोग दिया। यह महा अभियान केवल रक्तदान नहीं बल्कि सद्गुरू माता सुदिक्षा जी महाराज की करूणा, सेवा और एकत्व के संदेष को जीवन में उतारने का सजीव माध्यम है जो हमें सिखाता है कि मानवता ही सर्वोच्च धर्म है। इसी प्रेरणा से प्रेरित सन्त निरंकारी मिषन सेवा और समर्पण के पथ पर निरंतर मानवता का मार्ग प्रषस्त कर रहा है। यह जानकारी मीडिया सहायक सचिन श्रीवास्तव ने दी है।
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