पांच कारणों से भगवान ने लिया अवतार : माधवी
शहर से सटे अमानपुर गांव स्थित वृंदावन गार्डन में चल रही कथा में कथा वाचिका माधवी ने बताया कि कण कण मे भगवान है...
चित्रकूट। शहर से सटे अमानपुर गांव स्थित वृंदावन गार्डन में चल रही कथा में कथा वाचिका माधवी ने बताया कि कण कण मे भगवान है। भक्त का भाव ही परमात्मा को प्रकट कर सकता है। उन्होने बताया कि भगवान के जन्म के अनेक कारण है, परन्तु मानस मे पांच कारणो का वर्णन आया है। पहला कारण है जय और विजय का श्राप, दूसरा कारण है सती वृन्दा का श्राप, तीसरा कारण मनु सतरूपा का तप और भगवान द्वारा उन्हे वरदान, चौथा कारण नारद जी का श्राप व पांचवा कारण है राजा प्रताभानु का श्राप। बताया कि चौथेपन मे चार राजकुमारों के जन्म पर राजा दशरथ के आगन मे बधाई बजी। कथा सुन श्रोतागण मंत्रमुग्ध रहे।