चित्रकूट : कुलाधिपति जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने आरपी मिश्रा को बनाया निजी सचिव
पद्म विभूषण जगदगुरु रामभद्राचार्य महाराज द्वारा संस्थापित जगदगुरु रामभद्राचार्य दिब्यांग राज्य विश्वविद्यालय...
चित्रकूट। पद्म विभूषण जगदगुरु रामभद्राचार्य महाराज द्वारा संस्थापित जगदगुरु रामभद्राचार्य दिब्यांग राज्य विश्वविद्यालय में जीवन पर्यंत कुलाधिपति रामभद्राचार्य महाराज ने विश्वविद्यालय में विगत 2006 से वित्त अधिकारी के रूप में अवैतनिक सेवा दे रहे रमापति मिश्र को विश्वविद्यालय के कुलाधिपति का निजी सचिव नियुक्त किया है।
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आरपी मिश्रा विश्वविद्यालय में अथक परिश्रम अतुलनीय योगदान वित्त अधिकारी और समय समय पर कार्य वाहक कुलसचिव के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। श्री मिश्र विश्वविद्यालय में अलग-अलग समिति के सदस्य सलाहकार रह चुके हैं। उनकी मेहनत, लगन कार्य, प्रसासनिक क्षमता, को दृष्टिगत रखते हुए कुलाधिपति का निजी सचिव नियुक्ति किया है। जगद्गुरु ने आरपी मिश्रा को बधाई शुभकामनाए दी है।
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सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शिशिर कुमार पांडेय, डीन डा महेंद्र उपाध्याय, डा विनोद मिश्रा, डा हरिकांत मिश्रा, डा गोपाल मिश्र, डाज्योति, राजेश मिश्रा, एसपी मिश्रा, सुधीर कुमार, डा मुकुंद पांडेय, रुद्र पांडेय सहित शिक्षकों, कर्मचारियों ने आरपी मिश्र को बुकें, माला फूल देकर सम्मानित, अभिनंदन बधाई दी।
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कुलपति प्रो शिशिर कुमार पांडेय ने कहा कि आरपी मिश्रा का विश्वविद्यालय का एक लंबा अनुभव हम सभी को सदैव अपने कामकाज करने में तत्पर रहेगा। 78 वर्ष की आयु में भी बड़ी बड़ी योजनाएं, काम उनकी देखरेख में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ है। आरपी मिश्रा ने कहा कि वह अपने परम पूज्य गुरुदेव जगद्गुरु के चरणों में सादर अभिवादन वंदन करते हैं। उनके आशीर्वाद हमेशा प्राप्त होता है। जिससे सभी कार्य सहज पूर्व होते हैं। और इतनी समय लगभग 20 वर्ष से अधिक सेवा करते हुए आप सभी शिक्षकों, कर्मचारियों ने प्यार, सहयोग दिया है। इसके लिए उन्होंने सभी का आभार जताया है। इस अवसर पर सभी शिक्षक कम