भजनो और बुन्देली गायन ने दर्शकों का मन मोह
आर्ट एण्ड आर्टिस्ट परफार्मिंग आर्ट नई दिल्ली की ओर से संपूर्ण रामायण का मंचन लाइट और साउंड षो के माध्यम...

आकर्षण का केन्द्र रही प्रकाश और ध्वनि के साथ रामायण प्रस्तुति
धनुश यज्ञ की लीला, बृज की फूलों की होली, रासलीला देख गदगद हुए क्षेत्रवासी
चित्रकूट। आर्ट एण्ड आर्टिस्ट परफार्मिंग आर्ट नई दिल्ली की ओर से संपूर्ण रामायण का मंचन लाइट और साउंड षो के माध्यम से आकर्शक ढंग से प्रस्तुत किया गया। जिसे दर्षको ने तालियां बजाकर कलाकारों का मनोबल बढ़ाया। कार्यक्रम के निदेषक नरेष और विकास रहे। प्रभु श्रीराम की भूमिका संदीप सलारिया और सीता की भूमिका में उपलाक्क्षी ने निभाई। 20 कलाकारों ने बेहद रोचक प्रस्तुतियां देकर लोगों का मन मोहा। समापन के मध्यान्ह में आकाषवाणी कलाकारों में सरला गुप्ता ने राम ही राम रटन लागी जिभिया और अब कैसे छूटे राम रट लागी भजन सुनाकर माहौल को भक्तिमय कर दिया। रामाधीन आर्य की पार्टी रसना राम नाम भज लीजै का मधुर गायन सुनाया। वृंदावन से आए कलाकारों की रामलीला में धनुश यज्ञ का मंचन, बृज की फूलों की होली व रासलीला की प्रस्तुतियों ने प्रेक्षागृह में बैठे दर्षकों को भावविभोर कर दिया। इस मौके पर शिवमंगल शास्त्री, डा घनश्याम अवस्थी, प्रद्युम्न दुबे लालू, राजाबाबू पांडेय, राजेन्द्र मोहन त्रिपाठी, आशीष पांडेय, मो यूसुफ, कलीमुद्दीन बेग, हेमंत मिश्रा, मनोज मोहन गर्ग, ज्ञानचन्द्र गुप्ता, राम प्रकाश श्रीवास्तव, डा रमाकांत चौरिहा, मो इम्त्याज उर्फ लाला,, विनोद पांडेय, भोलानाथ, विकास, दद्दू महराज आदि मौजूद रहे।
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