23वें सद्गुरु महोत्सव का हुआ सफल समापन
परमहंस संत श्री रणछोडदास जी महाराज द्वारा संचालित श्री सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट एवं सद्गुरु शिक्षा समिति के संयुक्त...
चित्रकूट। परमहंस संत श्री रणछोडदास जी महाराज द्वारा संचालित श्री सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट एवं सद्गुरु शिक्षा समिति के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित चार दिवसीय 23वें सद्गुरु महोत्सव का समापन हुआ। यह आयोजन अरविंद भाई खेल परिसर में किया गया था, जिसमें मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के 40 से अधिक विद्यालयों के 4500 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
महोत्सव में ग्रामीण खेल जैसे कबड्डी, खो-खो, लंबी कूद, ऊंची कूद, दौड़, रिले रेस के साथ-साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की गईं। ग्रामीण और आदिवासी अंचल के विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ इन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।
पुलिस अधीक्षक ने विजेताओं को किया सम्मानित
कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में चित्रकूट जनपद के पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह (आईपीएस) उपस्थित हुए। उन्होंने विजेता और उपविजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने बच्चों को अनुशासन और खेल भावना के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "आप सभी में असीम संभावनाएं हैं। अनुशासन और विद्यार्जन के साथ खेल-कूद में सहभागिता करके अपने व्यक्तित्व का निर्माण करें और राष्ट्र सेवा के लिए तैयार रहें।"
विशिष्ट अतिथियों ने भी बढ़ाया उत्साह
इस अवसर पर अमेरिका से पधारे डॉ. प्रकाश शाह, जयपुर से प्रमोदभाई हरियाणी, ट्रस्टी डॉ. इलेश जैन, शिक्षा समिति की अध्यक्ष उषा जैन, मुंबई से मिलोनी बहन, उपाध्यक्ष अनुभा अग्रवाल, और सचिव आर.बी. सिंह चौहान सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। उन्होंने 400 से अधिक प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।
समारोह में प्राचार्य शंकरदयाल पांडेय, राकेश तिवारी, फिरोज खान, सुरेंद्र तिवारी, दीपक वानी, मंजुला वानी, और डॉ. तुषारकांत शास्त्री सहित शिक्षकगण और ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित थे।
आभार और धन्यवाद
अंत में उषा जैन ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों, शिक्षकों और आयोजन समिति के सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने इस महोत्सव को सफल बनाने में सभी के योगदान की सराहना की।
यह आयोजन न केवल खेल भावना को प्रोत्साहित करने का माध्यम बना बल्कि ग्रामीण और आदिवासी अंचल के विद्यार्थियों के लिए अपनी प्रतिभा को निखारने का एक मंच भी प्रदान किया।