बाल यौन शोषण के मामले में सीबीआई ने बांदा के निलम्बित जेई के खिलाफ एक और आरोपपत्र दाखिल किया

जनपद चित्रकूट के सिंचाई विभाग में कार्यरत रहे जेई रामभवन द्वारा दो दर्जन से अधिक बच्चों के यौन शोषण और उन्हें अश्लील सामग्री भेजने..

बाल यौन शोषण के मामले में सीबीआई ने बांदा के निलम्बित जेई के खिलाफ एक और आरोपपत्र दाखिल किया

बांदा,

  • इसी मामले में यूपी के चंदौली व बिहार के दो व्यक्तियों के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल

जनपद चित्रकूट के सिंचाई विभाग में कार्यरत रहे जेई रामभवन द्वारा दो दर्जन से अधिक बच्चों के यौन शोषण और उन्हें अश्लील सामग्री भेजने के मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था। जांच के दौरान बिहार के दो और यूपी के चन्दौली के एक और व्यक्ति का नाम सामने आने पर सीबीआई ने जांच-पड़ताल कर चन्दौली में मुकदमा दर्ज कराया था। आज इनके खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। जिससे स्पष्ट हो गया है कि निलम्बित जेई रामभवन के तार देश के कई राज्यों में लोगों से जुड़े थे, जो बाल यौन शोषण सामग्री बच्चों को भेजते थे।

यह भी पढ़ें - पिता ने मृत समझकर सात दिन के नवजात को कर दिया दफन, पुलिस ने कराया पोस्टमार्टम

सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के बांदा में रामभवन को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। इसके बाद उसकी पत्नी दुर्गावती और दिल्ली के एक व्यक्ति को भी जेल भेजा गया था। इसके बाद भी सीबीआई की जांच चलती रही। जांच के दौरान पटना-बिहार के दो आरोपियों के विरुद्ध 29 अप्रैल 2022 को मुकदमा दर्ज किया गया।

दोनों ने जनवरी 2015 एवं फरवरी 2016 की अवधि में व आगे तक कई बाल यौन शोषण सामग्री, वीडियो आदि साक्षा किया एवं आदान-प्रदान किया। एक आरोपी जो रेलवे का कर्मचारी है, उसके राउरकेला उड़ीसा, रायपुर, पटना बिहार स्थित आवासीय परिसरों में तलाशी लेकर सीबीआई ने मोबाइल फोन, माइक्रो एसडी कार्ड, हार्ड डिस्क तथा अन्य सामग्री सहित आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की थीं। वह कथित रूप से ब्लूएड/ग्राइन्डर के माध्यम से कई अज्ञात व्यक्तियों के सम्पर्क में था।

यह भी पढ़ें - प्रेमिका के बुलाने पर पहुंचे प्रेमी की, पिता, भाई व पति ने की थी नृशंस हत्या, शव के किये थे टुकड़े

उक्त सरकारी कर्मचारी एक निजी व्यक्ति जिला चन्दौली उत्तर प्रदेश के सम्पर्क में भी था। जिसके साथ वह पैसे के बदले में बाल यौन शोषण सामग्री साझा कर रहा था। पकड़े गए तीनों व्यक्ति तीन नाबालिग बच्चों को वर्ष २०१९ से २०२२ के दौरान यौन उत्पीड़न सामग्री प्रेषित कर रहे थे। सीबीआई का कहना है कि जांच के दौरान पाया गया कि नाबालिग पीड़ितों को एक-दूसरे के साथ यौन गतिविधियों को करने के लिए दबाव डाला गया एवं उकसाया गया। इस तरह की गतिविधियों में लिप्त होने के दौरान आरोपी ने इस कृत्य को मोबाइल फोन में रिकार्ड कर लिया और व्हाट्सऐप एवं टेलीफोन आदि जैसे कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म, एप्लीकेशन के माध्यम से आगे प्रसारित किया।

इन तीनों आरोपियों के कब्जे से नाबालिगों को छुड़ा लिया गया है। अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता के लिए सीबीआई जांच कर रही है। इसी मामले से जुड़े सिंचाई विभाग के जेई रामभवन वर्ष २०१६ से लगातार बांदा जेल में है। इसके यौन शोषण के शिकार हुए दो दर्जन बच्चों के सीबीआई ने बयान भी दर्ज कराए थे। बताते चले कि इस सिलसिले में सीबीआई ने नाबालिग बच्चों का यौन शोषण करने और उनके अश्लील वीडियो व फोटो पॉर्न साइटों को बेचने का एक मामला 31 अक्टूबर 2020 को दर्जकर 16 नवंबर 2020 को चित्रकूट से सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता (जेई) रामभवन को गिरफ्तार किया था। वह 18 नवंबर से न्यायिक हिरासत में बांदा की जेल में बंद है। इसी मामले की सह आरोपी दुर्गावती (जेई की पत्नी) 28 दिसंबर 2020 से न्यायिक हिरासत में बांदा की जेल में बंद है। इसके बाद दिल्ली से तीसरा आरोपी भी गिरफ्तार किया था।

यह भी पढ़ें - सनसनी : प्रेमिका ने प्रेमी की उस्तरे से गला काटकर की हत्या, शव को ट्रॉली बैग में ले जा रही थी

What's Your Reaction?

like
2
dislike
0
love
0
funny
0
angry
3
sad
0
wow
2