बुन्देलखण्ड को फूड एवं एग्रीकल्चर आधारित स्पेशल इकोनॉमिक क्षेत्र बनाया जाये : बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड

बुन्देलखण्ड क्षेत्र को फूड एवं एग्रीकल्चर आधारित स्पेशल इकोनॉमिक क्षेत्र बनाया जाये जिससे यहां पर कृषि आधारित उद्योगों की..

बुन्देलखण्ड को फूड एवं एग्रीकल्चर आधारित स्पेशल  इकोनॉमिक क्षेत्र बनाया जाये : बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड
बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड (Bundelkhand Development Board)

बुन्देलखण्ड क्षेत्र को फूड एवं एग्रीकल्चर आधारित स्पेशल  इकोनॉमिक क्षेत्र बनाया जाये जिससे यहां पर कृषि आधारित उद्योगों की अधिक से अधिक स्थापना हो सके तथा यहां के युवाओं को रोजगार प्राप्त हो सके। यह बात उपाध्यक्ष बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड उ.प्र. अयोध्या सिंह पटेल ने बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड की सर्किट हाउस सभागार में सम्पन्न बैठक में कही। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में वीरता और आध्यात्मिकता का संगम रहा है तथा भगवान राम ने वनवास के समय यहां काफी समय व्यतीत किया था।

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श्री पटेल ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे इस क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। हर घर नल तथा हर घर जल योजना से बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सभी घरों तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति शीघ्र हो सकेगी।  उपाध्यक्ष बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड राजा बुन्देला ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 2 स्पोर्टस एकेडमी तथा 2 सांस्कृतिक केन्द्र बनाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में अपार प्राकृतिक सम्पदा है इसलिए इस क्षेत्र में फिल्म बनाने के कार्य को भी बढावा देने की जरूरत है।

आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल बांदा दिनेश कुमार सिंह ने बैठक में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड के विकास के लिए युद्ध स्तर पर विकास कार्य कराये जा रहे हैं। आयुक्त श्री सिंह ने कहा कि अर्जुन सहायक परियोजना के पूरा होने से 64 हजार हे0 सिंचन क्षमता में वृद्धि हुई है।  विशेष सचिव नियोजन आरएनएस यादव ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सर्वांर्गीण विकास के लिए बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड का गठन हुआ है। यह बोर्ड परामर्श दात्री संस्था के रूप में कार्य कर रहा है। श्री यादव ने बताया कि बुन्देलखण्ड में विकास कार्यों को गति देने के लिए मंत्रिमण्डल की उप समिति का भी गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड द्वारा दिये जा रहे सुझावों पर शासन द्वारा कार्यवाही की जाती है।

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कुलपति बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय डॉ. नरेन्द्र प्रताप सिंह ने इस अवसर कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा प्राकृतिक खेती को शीघ्र प्रारम्भ कराया जायेगा जिससे कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त हो सके।निदेशक नियोजन वी.के.अग्रवाल ने बैठक का संचालन करते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड द्वारा जो बहुमूल्य सुझाव दिये गये हैं उन पर शासन द्वारा अमल कराया जायेगा।

बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड (Bundelkhand Development Board)

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने कहा कि कालिंजर फोर्ट में स्थित नीलकण्ड मन्दिर के दर्शन के लिए लोंगो से 25 रू. शुल्क लिया जाता है उसे समाप्त कराया जाए।  बैठक में बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड के सदस्य जगदीश सिंह चौहान, लवकुश चतुर्वेदी, पवनपुत्र बादल, रामेन्द्र प्रसाद, माताबदल प्रजापति, रामहित निषाद तथा रामस्वरूप श्रीवास ने अपने-अपने सुझाव दिये। बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त  रमेश चन्द्र पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, मुख्य अभियंता विद्युत, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या एस.एन.त्रिपाठी, उप निदेशक सूचना भूपेन्द्र सिंह यादव, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग, वन संरक्षक एन. के. सिंह, संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संजीव बघेल तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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