भीषण गर्मी में बुंदेलखंड झुलसा, पारा उछलकर 48 डिग्री सेल्सियस पहुंचा
पिछले एक हफ्ते से बुंदेलखंड में भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है..
बांदा,
पिछले एक हफ्ते से बुंदेलखंड में भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। एक सप्ताह से तापमान 46 से 47 और शनिवार को पारा उछलकर 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। जिससे समूचा बुंदेलखंड झुलस रहा है।
सूरज की तपन इतनी तेज है कि सुबह 8 बजे से ही सड़के गर्म हो जाती हैं और सुबह 10 बजे से ही लू के थपेड़े चलते हैं, जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। शनिवार को सुबह से ही सूरज का रौद्र रूप देखने को मिल रहा था। ज्यों ज्यों धूप तेज हुई गर्मी बढ़ने लगी और दोपहर एक बजे के बाद शरीर को झुलसा देने वाली गर्मी का एहसास हुआ।
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इसका सबसे ज्यादा असर सड़कों और घरों से बाहर निकलने वाले लोगों पर भी दिखाई पड़ा। मौसम विभाग द्वारा 2 दिन पहले ही तेज लू चलने का अलर्ट जारी किया गया था जिससे बचने की लोगों को सलाह दी गई थी। भीषण गर्मी और तेज लू का असर आज साफ दिखाई पड़ा।
शुक्रवार को तापमान 47 डिग्री पहुंच गया था और शनिवार को 48 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। बांदा के अलावा बुंदेलखंड के अन्य जनपदों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इनमें चित्रकूट ,जालौन, हमीरपुर, महोबा और झांसी में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस रहा।
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इस बीच कृषि विश्वविद्यालय बांदा के मौसम वैज्ञानिक डॉ दिनेश साहनी बताया कि इस समय उत्तर पश्चिम दिशा में हवा चल रही है और हवा की गति 1 से 9 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही है नमी की मात्रा सूर्याेदय के पहले 49प्रतिशत थी जो दोपहर तक घटकर 14 प्रतिशत रह गई।
इधर गर्मी के कारण एसी पंखा कूलर जवाब दे रहे हैं। घरों में रखा पानी गर्म हो रहा है और रात में भी तापमान 30 डिग्री के आसपास बना हुआ है। जिसके कारण लोगों की रातें बेचौनी में गुजर रही हैं। वही बिजली की आंख मिचौली से लोगों की रातों की नींद हराम हो गई है। खासकर बांदा जनपद में पिछले 2 दिनों से रात में कई कई घंटे अघोषित विद्युत कटौती की जा रही है, जिससे लोग बीमार हो रहे हैं।
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