एसपी ने रिक्रूट आरक्षियों को बीएनएसएस के प्रावधानों पर दिया प्रशिक्षण
जनपद बांदा में पुलिस लाइन बांदा में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे रिक्रूट आरक्षियों को अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) के विविध...
बांदा। जनपद बांदा में पुलिस लाइन बांदा में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे रिक्रूट आरक्षियों को अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) के विविध एवं महत्वपूर्ण प्रावधानों के बारे में शुक्रवार को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने आधुनिक पुलिसिंग की आवश्यकताओं, कानूनी प्रक्रियाओं और बदलते कानून-व्यवस्था के मापदंडों पर विशेष जोर दिया।
यह भी पढ़े : सेंट जेवियर्स हाई स्कूल, बाँदा में दो दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता का सफल समापन
एएसपी ने कहा कि नई संहिता में आपराधिक न्याय व्यवस्था को अधिक पारदर्शी, सरल, वैज्ञानिक और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से कई अहम बदलाव किए गए हैं, जिनका हर पुलिसकर्मी को सही ज्ञान होना आवश्यक है। उन्होंने रिक्रूट आरक्षियों से कहा कि "कानून की जानकारी तभी सार्थक है, जब उसे फील्ड स्तर पर संवेदनशीलता और दक्षता के साथ लागू किया जाए।"
प्रशिक्षण के दौरान प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई, जिनमें शामिल थे—गिरफ्तारी एवं जमानत संबंधी संशोधित प्रावधान,मामलों की समयबद्ध, वैज्ञानिक और पारदर्शी जांच,महिला एवं बच्चों से जुड़े संवेदनशील मामलों में सतर्क और मानवीय रवैया, डिजिटल सबूतों का संरक्षण, विश्लेषण और उपयोग, पुलिस की जवाबदेही, आचरण संहिता और जनता के साथ संवाद कौशल शामिल है।
अपर पुलिस अधीक्षक ने विशेष रूप से जोर दिया कि नई संहिता में तकनीक का उपयोग बढ़ने जा रहा है, इसलिए पुलिसकर्मियों को डिजिटल रिकॉर्डिंग, ऑनलाइन रिपोर्टिंग और तकनीकी उपकरणों के प्रभावी उपयोग में दक्ष होना आवश्यक है।
यह भी पढ़े : बाँदा : मां के नाम खरीदा गया प्लॉट, जिसे भूमाफिया ने बेच डाला, दर्ज हुआ मुकदमा
उन्होंने रिक्रूट आरक्षियों को निर्देशित किया कि वे बीएनएसएस के सभी प्रावधानों का गंभीरता से अध्ययन करें और सेवा में उतरने के बाद इनके शत-प्रतिशत अनुपालन के प्रति प्रतिबद्ध रहें। उन्होंने कहा कि जनता से संवाद करते समय शालीनता, धैर्य और संवेदनशीलता हर पुलिस कर्मी की मूल पहचान होनी चाहिए।
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0
