बाँदा : विद्युत विभाग की लापरवाही से बड़ी दुर्घटना की संभावना, 300 बच्चों की जान खतरे में
बांदा के विकासखंड कमासिन के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सांडा सानी में स्थित प्राइमरी स्कूल...
बांदा के विकासखंड कमासिन के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सांडा सानी में स्थित प्राइमरी स्कूल सांडा सानी भाग 2 (English Medium) में आज सुबह एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। विद्यालय में लगभग 300 बच्चे पढ़ते हैं। विद्यालय के बाउंड्री के अंदर से 11000 वोल्ट की हाई टेंशन लाइन गुजरती है, जो आज सुबह टूटकर विद्यालय की छत और जमीन पर गिर गई।
बाद में, बारिश होने के कारण पूरे विद्यालय परिसर में करंट दौड़ गया। गनीमत रही कि उस समय सभी बच्चे प्रार्थना में थे, जिससे वे बाल-बाल बच गए। विद्यालय के प्रधानाध्यापक, राम सागर गर्ग, ने तुरंत विद्युत पावर हाउस कमासिन से संपर्क कर सप्लाई बंद करवाई, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
यह भी पढ़े : जालौन : सर्राफ व्यापारी से लूट के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
आपको बताते चलें कि चार दिन पूर्व ही कमासिन क्षेत्र के नंदन डेरा प्राथमिक विद्यालय में विद्युत करंट की चपेट में आने से एक बच्चे की मौत हो गई थी, जबकि एक शिक्षक भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उनका इलाज अभी भी चल रहा है। बावजूद इसके, विद्युत विभाग की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है।
यह भी पढ़े : हादसे के बाद स्कूली बच्चों का हालचाल लेने मेडिकल कॉलेज पहुंचे डीएम-एसपी
प्रधानाध्यापक राम सागर गर्ग ने बताया कि उन्होंने कई बार विभागीय अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला। आज तार टूटने की घटना के बाद ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के लाइनमैन को काम करने से रोक दिया और मांग की कि विद्यालय के अंदर से गुजरने वाले बिजली के पोल को हटाकर बाहर किया जाए।
यह भी पढ़े : बुंदेलों के शौर्य और वीरता का गवाह ऐतिहासिक कीरत सागर बदहाली का शिकार, घाटों पर गंदगी का अंबार
ग्रामीणों का कहना है कि अगर सुबह बारिश हो जाती, तो सारे बच्चे विद्युत करंट की चपेट में आ सकते थे। वहीं, विद्युत विभाग के आला अधिकारी सिर्फ जर्जर तारों की मामूली मरम्मत करके अपनी जिम्मेदारी पूरी मान लेते हैं, जिससे भविष्य में बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।