मन्दिर मार्गों में मीट की अवैध दुकानों से आस्थावानों की परेशानी, विहिप ने की प्रशासन से कार्रवाई की मांग
चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व को लेकर जिले में हिंदू संगठनों ने मंदिर मार्गों की स्वच्छता और धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने...

बाँदा, 28 मार्च 2025 (शुक्रवार):
चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व को लेकर जिले में हिंदू संगठनों ने मंदिर मार्गों की स्वच्छता और धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने वाले अतिक्रमणों को लेकर आवाज़ बुलंद की है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) जिला बाँदा की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर माँग की कि मंदिरों के मार्गों में स्थित अवैध मीट-मांस की दुकानों को चैत्र नवरात्रि के 10 दिनों तक बंद रखा जाए।
आस्थावानों को होती है परेशानी
विहिप जिला अध्यक्ष चंद्रमोहन बेदी ने बताया, "30 मार्च से हिंदू नववर्ष एवं चैत्र नवरात्रि प्रारंभ हो रहे हैं, जिसमें भक्तजन विशेष रूप से व्रत-उपवास रखते हुए मंदिरों में पूजा-अर्चना करने जाते हैं। लेकिन, मंदिर मार्गों में लगे अवैध मांस-मछली की दुकानें धार्मिक आस्थावानों की भावनाओं को ठेस पहुँचाती हैं। इन दुकानों से निकलने वाला कचरा, खुले में पड़े मांस के टुकड़े और दुर्गंध से श्रद्धालुओं को अपवित्रता का अनुभव होता है, जिससे धार्मिक स्थल की पवित्रता भी भंग होती है।"
विहिप पदाधिकारियों का कहना है कि ऐसे स्थानों पर मांस की दुकानों के चलते अनावश्यक विवाद की स्थिति बनती है। संगठन ने प्रशासन से आग्रह किया है कि जनपद के सभी मंदिर मार्गों में स्थित अवैध मीट की दुकानों को 10 दिनों तक बंद रखने के निर्देश दिए जाएँ, ताकि हिंदू समाज की आस्था का सम्मान बना रहे और धार्मिक कार्य बिना किसी बाधा के संपन्न हो सकें।
विहिप ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाता, तो संगठन स्वयं कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से विभागाध्यक्ष अशोक ओमर, मठ-मंदिर प्रमुख शांतनु चतुर्वेदी, जिला सहमंत्री रामप्रताप सोनी, विधि प्रकोष्ठ प्रमुख पुलक मिश्रा, गौरक्षा प्रमुख अनिल बजरंगी, बजरंग दल जिला सहसंयोजक बदलेश सिंह, नगर मंत्री मनीष मंगल, नगर उपाध्यक्ष सुमित सोनी 'रिंकू', नवल प्रजापति, राहुल शिवहरे, अरविंद कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
आस्था और स्वच्छता की इस माँग को लेकर अब प्रशासन क्या निर्णय लेता है, यह देखने योग्य होगा। स्थानीय श्रद्धालुओं ने भी प्रशासन से अपील की है कि मंदिर मार्गों की पवित्रता बनाए रखने के लिए जल्द से जल्द उचित कदम उठाए जाएँ।
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