महिला को न्याय दिलाने थाने पहुंची गुलाबी गैंग की राष्ट्रीय कमांडर संपत पाल पर हमला

जनपद बांदा की रहने वाली गुलाबी गैंग की राष्ट्रीय कमांडर संपतपाल पर चित्रकूट जनपद के भरतकूप थाने के बाहर उस समय हमला किया गया। जब वह...

महिला को न्याय दिलाने थाने पहुंची गुलाबी गैंग की राष्ट्रीय कमांडर संपत पाल पर हमला

बांदा, 

जनपद बांदा की रहने वाली गुलाबी गैंग की राष्ट्रीय कमांडर संपतपाल पर चित्रकूट जनपद के भरतकूप थाने के बाहर उस समय हमला किया गया। जब वह छेड़खानी की शिकार हुई महिला की रिपोर्ट लिखाने थाने पहुंची। जहां आरोपी की बहने व अन्य परिजनों ने हमला कर दिया। संपत पाल ने किसी तरह थाने में घुसकर अपनी जान बचाई और पीड़िता को भी उनके चंगुल से बचाया। घटना के बाद पीड़ित महिला की थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।

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इस बारे में एक वीडियो जारी करके गुलाबी गैंग कमांडर संपत पाल ने बताया कि भरतकूप थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला जो दो बच्चों की मां है। वह किसी तरह से रोजगार करके अपने बच्चों का भरण पोषण करना चाहती है। बजनी पुरवा गांव के निवासी राज किशोर वर्मा से उसकी इस सिलसिले में बातचीत हुई। उसने बताया कि मेरी दुकान है लेकिन इसके लिए दो लाख रुपए जमा करना पड़ेगें। दुकान मिलने की आस में महिला ने दो लाख इंतजाम करके राजकिशोर वर्मा को दे दिए। जब दो दिन बाद भी उसे दुकान नहीं मिली तो वह परेशान हो गई और वह बराबर रामकिशोर से दुकान की मांग करती रही। 2 दिन बाद राजकिशोर ने उसे अपना पैसा वापस देने के लिए वापस बुलाया और फोर व्हीलर गाड़ी में बैठाकर जंगल की तरफ ले गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। महिला किसी तरह जान बचाकर भागी और एक बाइक सवार की मदद से सुरक्षित घर पहुंची।

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संपत पाल के मुताबिक अगले दिन महिला मेरे घर पहुंची और घटना की पूरी जानकारी दी। मैं पीड़िता को लेकर रविवार को भरतकूप को थाने पहुंची। जहां पुलिस महिला को दबाव में लेकर आरोपी पक्ष से समझौता करा रही थी। इसके बदले में दिए गए 2 लाख से ज्यादा रुपए दिलाये जा रहे थे। लेकिन पीड़िता ने कहा की मैं अपनी इज्जत का सौदा नहीं कर सकती। मेरे साथ जो हुआ है, उसकी सजा आरोपी को मिलना चाहिए। जब पीड़िता अपनी जिद पर अडी रही। तब तक थाने के बाहर आरोपी राज किशोर वर्मा के परिजन इकट्ठा हो गए। थाने से बातचीत करके जब संपतपाल बाहर निकली, तभी उसे पर राजकिशोर के परिजनों ने हमला कर दिया। महिलाओं ने बाल पकड़कर घसीटना शुरू कर दिया और पीड़ित महिला को पकडकर फोर व्हीलर गाड़ी में डालने लगे। इस पर संपतपाल ने शोर करते हुए भाग कर थाने में घुसकर अपनी जान बचाई।

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पीड़िता का  कहना है कि मेरे साथ बलात्कार की कोशिश की गई है इसके बाद भी पुलिस में दी गई तहरीर के बजाय पुलिस ने हिसाब से मामला दर्ज किया है लेकिन मैं कोर्ट में सही बयान दूंगी।वही संपत पाल ने बताया कि मैंने शोषित पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए कमर कस रखी है। मैं इस महिला को न्याय दिला कर ही दम लूंगी।इस बारे में भरतकूप थाना प्रभारी सूबेदार बिंद ने बताया कि संपतपाल जिस महिला को लेकर थाने पर आई थी। उस पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है उन पर थाने में कोई हमला नहीं किया गया। बाहर किससे झगड़ा हुआ है यह हमें जानकारी नहीं है।

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