एक-एक गॉव गोद लें सभी माइक्रो-इरीगेशन कम्पनियाँ - डॉ. हीरा लाल
शुक्रवार को रिवुलिस इरीगेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और ग्रेटर शारदा सहायक समादेश विकास प्राधिकारी उत्तर प्रदेश...
लखनऊ। शुक्रवार को रिवुलिस इरीगेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और ग्रेटर शारदा सहायक समादेश विकास प्राधिकारी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा "कमांड एरिया डेवलपमेंट थ्रू माइक्रो-इरीगेशन" पर एक तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
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कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में डॉ. योगेश बंधु, वर्ल्ड बैंक के स्टेट कोऑर्डिनेटर ने माइक्रो-इरीगेशन से संबंधित सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया। डॉ. हीरा लाल, ग्रेटर शारदा के अध्यक्ष एवं प्रशासक, ने लोगों से जलवायु परिवर्तन पर सोचने और जल संरक्षण करने की अपील की। उन्होंने फसल उत्पादन में अनिवार्य माइक्रो-इरीगेशन की आवश्यकता को बताते हुए जल संरक्षण को महत्वपूर्ण बताया।
डॉ. हीरा लाल ने सभी माइक्रो-इरीगेशन कंपनियों के प्रतिनिधियों से गाँवों में माइक्रो-इरीगेशन के उदाहरण को लेकर आगे बढ़कर जल संरक्षण की दिशा में प्रेरित होने की अपील की।
कार्यशाला में रिटायर्ड प्रोजेक्ट डायरेक्टर, वाटर टेक्नोलॉजी सेंटर, नई दिल्ली के प्रोफेसर मान सिंह ने ड्रिप इरीगेशन को सबसे श्रेष्ठ माइक्रो-इरीगेशन का तरीका बताया।
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प्रोफेसर रुपिंदर ओबेरॉय, किरोडीमल कॉलेज, नई दिल्ली के विद्यालय ने माइक्रो-इरीगेशन को जल संरक्षण के लिए उत्तम पद्धति बताया।
रिवुलिस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री कौशल जायसवाल ने संस्था का समर्थन करते हुए कहा की हम पानी की हर बूंद का महत्व जानते हैं और कमांड डेवलपमेंट के लिए हम पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे।
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कार्यक्रम का समापन डॉ. योगेश बंधू द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से गाँवों में जल संरक्षण के लिए एक नया द्वार खुला है। यह कार्यक्रम जल संकट के खिलाफ मिलकर लड़ने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।