‘पीएम केयर्स फण्ड में दानदाताओं के नाम नहीं उजागर कर रही मोदी सरकार’

कोरोना महामारी की समस्या से निपटने के लिए बनाए गए पीएम केयर्स फंड (प्राइम मिनिस्टर सिटीज़न असिस्टेंस एंड रिलीफ इन इमरजेंसी सिचुएशन फंड) की ऑडिट रिपोर्ट सरकार ने जारी की है...

Sep 2, 2020 - 18:58
Sep 2, 2020 - 19:07
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‘पीएम केयर्स फण्ड में दानदाताओं के नाम नहीं उजागर कर रही मोदी सरकार’

नई दिल्ली

इसमें बताया गया है कि पहले पांच दिन (यानि 27 से 31 मार्च के बीच) फंड को 3,076 करोड़ रुपये मिल गए थे। वित्त वर्ष 2020 के स्टेटमेंट के अनुसार 3,076 करोड़ रुपये में से 3,075.85 करोड़ रुपये का दान घरेलू और स्वैच्छिक है, जबकि 39.67 लाख रुपये का योगदान विदेशों से किया गया है। पीएम केयर्स के स्टेटमेंट में यह भी कहा गया है कि 2.25 लाख रुपये से शुरू किए गए फंड को करीब 35 लाख रुपये ब्याज के तौर पर भी मिले हैं। इस रिपोर्ट में बस दानदाताओं की जानकारी नहीं सार्वजनिक की गई है, जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने सवाल खड़े किए हैं।

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पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने दानदाताओं की जानकारी छुपाने को लेकर केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाया है। उन्होंने पूछा है कि जब इन राशियों को सार्वजनिक कर दिया गया तो फिर दाताओं के नाम छुपाने का क्या मतलब है। चिदंबरम में ट्वीट कर पूछा, ‘दान पाने वाला ज्ञात है। दान पाने वाले के ट्रस्टी ज्ञात हैं तो ट्रस्टी दानदाताओं के नाम उजागर करने के क्यों डर रहे हैं? एक अन्य ट्वीट में उन्होंने सवाल किया कि ‘इन दयालु दानदाताओं के नाम प्रकट नहीं किये जाएंगे। क्यों? प्रत्येक अन्य एनजीओ या ट्रस्ट एक सीमा से अधिक राशि दान करने वाले दानकर्ताओं के नाम प्रकट करने के लिए बाध्य हैं। तो फिर इस दायित्व से पीएम केयर्स फंड को छूट क्यों है?

उल्लेखनीय है कि पीएम केयर्स फंड को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठाते रहे हैं। कांग्रेस नेता चिदंबरम ने तो भाजपा सरकार पर इस फंड को जांच से बचाने का भी आरोप लगाया था। विपक्ष द्वारा यह कहा गया था कि जब आपदा आदि संकट की घड़ी में लोगों की मदद के लिए ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष’ है तो फिर पीएम केयर्स फंड खोलने की क्या जरूरत थी।

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चिदंबरम ने पीएम मोदी को याद दिलाई उनकी ही बात, कहा- दें रोजगार, अर्थव्यवस्था का रखें ध्यान

वरिष्ठ काग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर एक पुराने ट्वीट का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी पूर्व में कही अपनी बातों का ही ध्यान रख लें तो आज के समय में काफी समस्याओं का हल हो जाएगा। जरूरी है कि वर्तमान सरकार युवाओं को रोजगार मुहैया कराए और अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर बेहतर रणनीति बनाए।

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कांग्रेस नेता ने वर्तमान में गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर दिलचस्प तरीके से हमला बोला है। चिदंबरम ने बुधवार को एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के सात साल पुराने ट्वीट को साझा किया। दरअसल, पीएम मोदी ने 30 नवम्बर, 2013 को ट्वीट कर तत्कालीन मनमोहन सरकार में वित्तमंत्री रहे पी चिदंबरम को 'राजनीति छोड़कर अर्थव्यवस्था पर ध्यान देने' की सलाह दी थी और कहा था कि युवाओं को रोजगार की जरूरत है। इसी ट्वीट को लेकर चिदंबरम ने कहा, 'आदरणीय प्रधानमंत्री जी, मुझे भी आपसे यही कहना है।' उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री अपनी ही बातों का ध्यान करें तो काफी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।

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उल्लेखनीय है कि कोरोना के पहले से ही भारतीय अर्थव्यस्था सुस्त चल रही थी। हालांकि कोरोना के बाद यह पूरी तरह पस्त हो चुकी है। ऐसे में बीते दिन केंद्र द्वारा जारी जीडीपी के आंकड़ों ने सारा भ्रम साफ कर दिया। बताया गया कि चालू वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में 23.9 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है। 40 साल बाद जीडीपी में ऐसी गिरावट देखने को मिली है।

हिन्दुस्थान समाचार

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