योगी सरकार के मिशन शक्ति फेज 5.0 से सैकड़ों परिवारों के चेहरों पर आई मुस्कान

योगी सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति फेज 5.0 जनपद बांदा में महिला सुरक्षा, सशक्तिकरण एवं सामाजिक न्याय की दिशा...

Dec 25, 2025 - 12:04
Dec 25, 2025 - 12:09
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योगी सरकार के मिशन शक्ति फेज 5.0 से सैकड़ों परिवारों के चेहरों पर आई मुस्कान

372 टूटे परिवार जुड़े, 541 गुमशुदा लोगों की हुई सकुशल बरामदगी

महिला अपराधों में 93 मामलों में आरोपियों को सजा, बंधुआ मजदूरी से मुक्त हुए नाबालिग

बांदा। योगी सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति फेज 5.0 जनपद बांदा में महिला सुरक्षा, सशक्तिकरण एवं सामाजिक न्याय की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। इस अभियान के माध्यम से जहां सैकड़ों परिवारों के चेहरों पर खुशियां लौटी हैं, वहीं गुमशुदा लोगों की बरामदगी, महिला अपराधों में सख्त कार्रवाई और बंधुआ मजदूरी से नाबालिगों की मुक्ति जैसे उल्लेखनीय परिणाम सामने आए हैं।

541 गुमशुदा व्यक्तियों की हुई बरामदगी

मिशन शक्ति फेज 5.0 के अंतर्गत जनपद में कुल 541 गुमशुदा व अपह्रत व्यक्तियों को सकुशल बरामद किया गया। इनमें 276 नाबालिग बालिकाएं, 56 नाबालिग बालक, 88 महिलाएं एवं 32 बच्चे शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त मां विंध्यवासिनी मेला (गिरवां) में 32, सिमौनी मेला (बबेरू) में 41 तथा अन्य मेलों में 16 ऐसे नाबालिग बच्चे, जो अपने परिजनों से बिछड़ गए थे, उन्हें ऑपरेशन मुस्कान के तहत खोजकर उनके अभिभावकों के सुपुर्द किया गया।

परिवार परामर्श केंद्र ने 372 परिवारों को टूटने से बचाया

अभियान के दौरान परिवार परामर्श केंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका सामने आई। केंद्र के माध्यम से 372 टूटे परिवारों को पुनः जोड़ा गया। पति-पत्नी के बीच लंबे समय से चल रहे घरेलू विवादों का समाधान कर आपसी समझ से परिवारों को फिर से एकजुट किया गया।

महिला अपराधों में 93 मामलों में दिलाई गई सजा

महिला संबंधी अपराधों पर सख्ती दिखाते हुए 93 मामलों में आरोपियों को सजा दिलाई गई। इनमें

  • दहेज हत्या – 9

  • बलात्कार – 31

  • पोक्सो एक्ट – 15

  • छेड़खानी – 11

  • हत्या – 13

  • अन्य महिला संबंधी अपराध – 14 मामले शामिल हैं।

इन मामलों में न्यायालय द्वारा 1 अभियुक्त को मृत्युदंड, 17 को आजीवन कारावास, 10 को 20 वर्ष से अधिक, 4 को 15 वर्ष से अधिक, 17 को 10 वर्ष से अधिक, 13 को 5 वर्ष से अधिक, 23 को 5 वर्ष से कम का कारावास, जबकि 8 अभियुक्तों को अर्थदंड सहित कठोर कारावास की सजा सुनाई गई।

बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराए गए नाबालिग

एएचटी (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग) एवं एसजेपीयू की संयुक्त टीम द्वारा लगभग 10 वर्षों से बंधुआ मजदूरी कर रहे नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया। बंधुआ मजदूरी कराने वाले अभियुक्तों के विरुद्ध थाना एएचटी में मुकदमा दर्ज कर आरोप पत्र प्रेषित किया गया।
इसके साथ ही बाल श्रम कर रहे 28 बच्चों को होटल, ढाबों एवं दुकानों से मुक्त कराया गया।

महिला अपराधों पर विशेष फोकस

इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल ने बताया कि मिशन शक्ति फेज 5.0 के अंतर्गत महिला संबंधी अपराधों पर विशेष जोर दिया जा रहा है। गुमशुदा व्यक्तियों की बरामदगी, टूटे परिवारों का पुनर्मिलन, महिला अपराधों में सख्त सजा तथा बंधुआ मजदूरी और बाल श्रम के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई इस अभियान की बड़ी उपलब्धियां हैं।
उन्होंने बताया कि एंटी रोमियो स्क्वायड द्वारा भी लगातार कार्रवाई की जा रही है, जिससे महिलाओं एवं बालिकाओं में सुरक्षा की भावना और मजबूत हुई है।

मिशन शक्ति फेज 5.0 वास्तव में बांदा जनपद में सामाजिक बदलाव और महिला सशक्तिकरण की एक सशक्त मिसाल बनकर उभरा है।

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