बांदा, आजाद नगर मुहल्ले में पुताई करने गए एक मजदूर का शव गुरुवार सुबह ऊपरी मंजिल के आंगन में फंदे से लटका मिला। मृतक के परिवार ने बताया कि वह कर्ज की चिंता से परेशान थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
परशुराम तालाब चमरौड़ी मुहल्ला निवासी 50 वर्षीय महेश कोटार्य, जो पुताई का काम करके अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे, गुरुवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे ठेकेदार के कहने पर आजाद नगर मुहल्ला स्थित मकान में काम करने गए थे। वहां उन्होंने ऊपरी मंजिल के एक कमरे का दरवाजा बंद कर आंगन में जाल से जूट की रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
करीब 11 बजे ठेकेदार जब मौके पर पहुंचे और आवाज दी, तो कोई जवाब नहीं मिला। बगल की छत से कूदकर अंदर जाने पर घटना का पता चला। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की।
मृतक के छोटे बेटे अक्षय कुमार ने बताया कि सात मई 2021 को बड़ी बहन आकांक्षा की शादी के लिए महेश ने दोस्तों से 50,000 रुपये कर्ज लिया था। हालांकि, चार महीने पहले उनकी तबीयत खराब हो गई और वह कर्ज नहीं चुका पाए। इससे वह मानसिक तनाव में थे।
अक्षय ने बताया कि पिता ने कर्ज भरने की चिंता कई बार व्यक्त की थी। परिवार के अन्य सदस्यों ने भी इस बात की पुष्टि की। हालांकि, परिवार में कभी किसी अन्य विवाद की बात सामने नहीं आई।
कोतवाली निरीक्षक पंकज कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला है। मामले की जांच की जा रही है पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।