शिक्षक नई पीढ़ी को रखते है गढ़ने की क्षमता : डॉ इलेश जैन
परमहंस सदगुरु श्री रणछोड़दास जी महाराज की पावन प्रेरणा से चित्रकूट के जानकीकुंड में संचालित सदगुरु शिक्षा...

प्राचार्यों सहित 150 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं का किया गया सम्मान
चित्रकूट। परमहंस सदगुरु श्री रणछोड़दास जी महाराज की पावन प्रेरणा से चित्रकूट के जानकीकुंड में संचालित सदगुरु शिक्षा समिति एवं श्री सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट के संयुक्त तत्त्वावधान में शिक्षक दिवस समारोह बड़े ही हर्ष और उत्साह के साथ आयोजित किया गया । इस अवसर पर सदगुरु सभागार में “शिक्षक सम्मान समारोह” का आयोजन किया गया, जिसमें 150 से अधिक शिक्षकों एवं प्राचार्यों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ट्रस्टी एवं निदेशक, पद्मश्री अलंकृत डॉ. बी.के. जैन रहे । विशेष अतिथि के रूप में ट्रस्टी एवं सीईओ डॉ. ईलेश कुमार जैन, शिक्षा समिति की अध्यक्ष श्रीमती उषा जैन, उपाध्यक्ष अनुभा अग्रवाल तथा सचिव आर.बी. सिंह चौहान उपस्थित रहे । समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं पूज्य गुरुदेव, माँ सरस्वती एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण व पूजन से हुआ । तत्पश्चात स्वागत भाषण देते हुए शिक्षा समिति की अध्यक्ष श्रीमती उषा जैन ने सभी प्राचार्यों एवं शिक्षकों का स्वागत किया तथा शिक्षक का एक छात्र के जीवन में महत्व एवं उनके योगदान को रेखांकित किया ।डॉ. ईलेश जैन ने अपने संबोधन में कहा कि, शिक्षक समाज की नई पीढ़ी को गढ़ने की क्षमता रखते हैं और उनकी भूमिका राष्ट्र के भविष्य निर्माण में सबसे अहम है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों की छिपी हुई प्रतिभा को उजागर करें और उन्हें मुख्यधारा से जोड़कर कुशल नागरिक बनाएं । समारोह में विद्याधाम विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य श्री रामाशंकर मिश्र को उनके चार दशकों के अनुकरणीय सेवाओं के लिए विशेष रूप से शाल एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया । इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों का आज्ञापालन करने एवं उनके बताए मार्ग पर चलने की शपथ ली । सभी प्राचार्यों एवं शिक्षकों को उनकी निष्ठा और योगदान के लिए मंच पर अतिथियों द्वारा तिलक एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया ।मुख्य अतिथि डॉ. बी.के. जैन ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि, आज के शिक्षक को अगली पीढ़ी के शिक्षक बनना होगा । इसके लिए उन्हें आधुनिक तकनीक एवं नवीन शिक्षण पद्धतियों को अपनाना होगा, तभी वे विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना पाएंगे ।
समारोह के समापन अवसर पर धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया । साथ ही नेत्रदान पखवाड़ा के अंतर्गत सदगुरु नेत्र चिकित्सालय के कॉर्निया एवं रिफ्रैक्टिव सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. गौतम परमार ने नेत्रदान के महत्व पर प्रकाश डाला और उपस्थित सभी लोगों को जागरूक किया तथा नेत्रदान सम्बन्धी भ्रांतियों को दूर किया । इस गरिमामयी समारोह में उषा जैन, अनुभा अग्रवाल, आर.बी. सिंह चौहान, सुमन द्विवेदी, गुरुबहन, सविता हरियाणी, नीरू बहन पुजारा सहित प्राचार्य राकेश तिवारी, शंकर दयाल पांडेय, सुरेंद्र तिवारी, फिरोज हसन खान, दीपक वानी, मंजुला वानी सहित शिक्षा समिति से जुड़े सभी संस्थानों के 150 से अधिक शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे ।
What's Your Reaction?






