चित्रकूट धाम मंडल के सफाई कर्मचारियों ने विनियमितीकरण की उठाई मांग
चित्रकूट धाम मंडल के समस्त नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत के सफाई कर्मचारियों ने आउटसोर्सिंग या संविदा कर्मचारियों हो..
चित्रकूट धाम मंडल के समस्त नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत के सफाई कर्मचारियों ने आउटसोर्सिंग या संविदा कर्मचारियों हो सभी का विनियमितीकरण किए जाने की मांग की है।
उत्तर प्रदेश सफाई कर्मचारी संघ के तत्वाधान में कर्मचारियों ने चित्रकूट धाम मंडल के आयुक्त के माध्यम से महामहिम राजपाल को ज्ञापन प्रेषित किया है। जिसमें कहा गया है कि सफाई कर्मचारियों ने स्वच्छ भारत अभियान व कोविड-19 जैसी महामारी के कार्यों में अपनी निष्ठा के साथ जान की परवाह न करते हुए जान की बाजी लगाकर कार्य किया है। जिस वायरस से मृतकों के परिजनों को दूर रखा गया उन्हें लाश छूने नहीं दी गई वही उन लाशों के अंतिम संस्कार में सफाई कर्मचारियों ने अहम भूमिका निभाई ,जबकि यह कार्य स्वास्थ्य विभाग का था। जोखिम भरे कार्यों को करने वाले सफाई कर्मचारियों के साथ शासन-प्रशासन सौतेला व्यवहार कर रहा है।
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कर्मचारियों ने मांग की है कि जो संविदा सफाई कर्मचारी 10 -15 वर्षों से लगातार कार्य कर रहे हैं उन कर्मियों का हाई कोर्ट के निर्देश का पालन करते हुए नियमितीकरण कर दिया जाए। मृतक आश्रित की नियुक्ति की जाए ,साथ ही जो संविदा आउटसोर्सिंग कर्मचारी लगभग 10 साल सेवा कर चुके हैं उन्हें स्थाई किया जाए।आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों को 308 के के स्थान पर 349 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किया जाए। मृतक व रिटायर्ड सफाई कर्मचारियों के लंबित देयकों का भुगतान किया जाए।
सफाई कर्मचारियों की डयूटी में एक पाली का समय 6 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक किया जाए,उसके लिए शासनादेश जारी किया जाये। ज्ञापन देने वालों में कालिका प्रसाद सागर ,मातादीन, भोला प्रसाद ,नारायण,नत्थू ,मंजू अर्जुन, रामकली ,नवल आदि सफाई कर्मचारी शामिल रहे।
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