बाँदा : बारिश ने पिछले वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ा, अब तक 545 मिमी. वर्षा हुई, नदियों का जलस्तर बढ़ा
जनपद में जून का महीना भले ही सूखा चला गया लेकिन जुलाई के महीने में हुई बारिश ने पिछले वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है..
जनपद में जून का महीना भले ही सूखा चला गया लेकिन जुलाई के महीने में हुई बारिश ने पिछले वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इधर लगातार बारिश होने से केन नदी और यमुना नदी का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है।
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पिछले एक सप्ताह से लगातार कभी तेज कभी धीमी बारिश से खेत पानी से लबालब भर गए हैं। जगह-जगह जलभराव है, कई स्थानों पर सड़कें कट गई है। सैकड़ों की तादाद में कच्चे मकान गिर गए हैं, निचले इलाकों में लोगों के घरों में बारिश का पानी भर गया है। वही केन नदी जलस्तर बढ़ रहा है।
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक आज केन नदी का जलस्तर 97. 6मी. रिकॉर्ड किया गया जो खतरे के निशान से बहुत नीचे हैं। इसी तरह यमुना नदी का जलस्तर 90 .91 मी.रिकॉर्ड किया गया। दोनों नदियां का जलस्तर अभी भी बढ़ रहा है।
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इस बीच पिछले 24 घंटे में 77. 5 मिमी. वर्षा रिकॉर्ड की गई जबकि आज 1.25 मिमी.बारिश हुई है। इस वर्ष कुल 545 मिमी. वर्षा रिकॉर्ड की गई जबकि पिछले वर्ष 502 मिलीमीटर वर्षा हुई थी। इस अवधि में 43 मिमी. ज्यादा है।
इस बारे में कृषि विश्वविद्यालय के प्रभारी मौसम विज्ञान डा. दिनेश साह कहते हैं कि इस साल जुलाई में सवा तीन सौ मिलीमीटर बारिश विश्वविद्यालय ने रिकार्ड की है जो सामान्य औसत से ज्यादा है।
पिछले साल की जुलाई से भी अधिक वर्षा इस साल की जुलाई में हुई है। लेकिन यह बारिश असमान रूप से हुई पहले पखवारे में खेती के लिहाज से पानी न के बराबर बरसा फिर दूसरे पखवारे में इतनी ज्यादा बारिश हुई जिसका असर खेती पर पड़ा है।
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