चित्रकूट, कालिंजर से खजुराहो तक सीधी बस सेवा शुरू होने की संभावना
यूपी के जनपद बांदा में स्थित प्रसिद्ध कालिंजर दुर्ग तक सीधी बस सेवा, रेल और हवाई सेवा न होने से यहां तक पर्यटक...
बांदा, यूपी के जनपद बांदा में स्थित प्रसिद्ध कालिंजर दुर्ग तक सीधी बस सेवा, रेल और हवाई सेवा न होने से यहां तक पर्यटक नहीं पहुंच पा रहे हैं। कालिंजर से करीब धर्मनगरी चित्रकूट और पर्यटन स्थल खजुराहो में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं लेकिन कालिंजर तक यातायात का सुगम साधन न होने से चाह कर भी पर्यटक कालिंजर नहीं आ पाते हैं। अब जिला अधिकारी नगेंद्र प्रताप ने इस संबंध में पहल करते हुए उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को पत्र भेजकर चित्रकूट वाया कालिंजर से होते हुए खजुराहो तक सीधी बस सेवा शुरू कराने के लिए पत्र भेजा है।
यह भी पढ़े : किसानों के लिए काम कर रही डबल इंजन की सरकार : योगी आदित्यनाथ
जिला अधिकारी बांदा नगेंद्र प्रताप ने भेजे गए पत्र में कहा है कि जनपद बांदा की तहसील नरैनी में विन्ध्य पर्वत श्रृंखला में लगभग चार वर्ग किमी क्षेत्र में स्थित कालिंजर दुर्ग, पौराणिक तीर्थ व इतिहास प्रसिद्ध अभेद दुर्ग के रूप में विख्यात हैं। किले में ही सातवे द्वार के निकट नीलकंठ महादेव का मंदिर भी हैं। किला के अन्दर अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहर पातालगंगा, अमान सिंह महल, कोटितीर्थ मंडूक भैरव, स्वर्गारोहण कुण्ड अन्य दर्शनीय स्थल यहां स्थित हैं। यह दुर्ग रानी दुर्गावती जी की जन्मस्थली है तथा चन्देलों एवं बुन्देलो सम्राज्य का अभिन्न अंग रहा हैं। वर्तमान में यह किला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, भारत सरकार के अधीन है तथा म.प्र. के खजुराहो में लाखों की संख्या में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों की सीमित संख्या ही कालिंजर किले पहुंचती हैं।
जिसका मुख्य कारण कालिंजर किले तक सीधी बस सेवा तथा रेल सेवा न होना प्रतीत होता है। जबकि पर्यटन विभाग, उ.प्र. द्वारा कालिंजर किले का प्रचार-प्रसार तथा तक प्रतिवर्ष कालिंजर महोत्सव का आयोजन भी कराया जाता हैं। इस सम्बन्ध में 15 अक्टूबर 2024 के सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों तथा स्टेक होल्डर्स की बैठक में चित्रकूट-कालिंजर खजुराहों से सीधी बस सेवा प्रारम्भ कराये जाने के सुझाव प्राप्त हुये। खजुराहो से कालिंजर होते हुये चित्रकूट तक बस सर्विस होने से पर्यटको का आवागमन बढ़ेगा।
बताते चलें कि बुंदेलखंड पर्यटन विकास समिति के अध्यक्ष श्याम जी निगम द्वारा जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में इस मुद्दे को उठाया गया था। जिसका जिला अधिकारी ने संज्ञान लेते हुए परिवहन निगम को पत्र भेजा है। वही क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव भी कालिंजर में यातायात व्यवस्था को बढाने की मुहिम में वह भी प्रयासरत हैं।
यह भी पढ़े : बुंदेलखंड की समृद्धि की नई परिभाषा लिखने की ओर कदम
इस संबंध में श्याम जी निगम बताते हैं कि "बांदा रेलवे स्टेशन से कालिंजर की दूरी 55 किलोमीटर, खजुराहो से 105 किलोमीटर, चित्रकूट से 78 किलोमीटर और प्रयागराज से 205 किलोमीटर की दूरी पर है। वायु मार्ग से आने के लिए कालिंजर से 130 किलोमीटर दूर खजुराहो विमान क्षेत्र पर वायुयान सेवा उपलब्ध है। ऐसी स्थिति में फिलहाल कालिंजर तक सीधी बस सेवा की जरूरत है। अगर सीधी बस सेवा शुरू होगी तो पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।"