चंदवारा गांव के लोग झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने को मजबूर
जनपद के जसपुरा ब्लाक अंतर्गत ग्राम चंदवारा में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में विगत 3 वर्षों से डॉक्टर व अन्य स्टाफ न होने की वजह से गांव के लोग झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करा रहे हैं। जिसके कारण अनेक लोग काल के गाल में समा जाते हैं।
इस गांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर व स्टाफ न होने के कारण क्षेत्रीय जनता ने कई बार प्रशासन को अवगत कराया लेकिन इस पर प्रशासन ने कोई कार्यवाही नहीं की। पिछले साल 22 नवंबर को तत्कालीन जिलाधिकारी हीरालाल से मिलकर पूरे प्रकरण की ग्रामीणों ने जानकारी दी थी। इस पर उन्होंने तत्काल एसडीएम पैलानी को जांच के आदेश दिए, एसडीएम ने मौके पर जांच पड़ताल की और पाया कि ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत सही है। उन्होंने जांच करने के बाद अपनी आख्या जिलाधिकारी को भेज दी थी, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। इसके बाद ग्रामीण पुनःजिला अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मिले और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर व अन्य स्टाफ भेजने की मांग की इस पर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि मार्च के अंत तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ भेज दिया जाएगा।
इधर 24 मार्च से 30 मई तक कोरोनावायरस महामारी की वजह से पूरे देश में लाक डाउन लागू हो गया और तब से क्षेत्र की जनता इलाज के लिए दर-दर भटक रही है।गांव व क्षेत्र की जनता इलाज के लिए झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे है। अक्सर झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा इलाज के दौरान किसी न किसी की मौत हो जाती है। इधर इस संबंध में आज आम आदमी पार्टी के नेता पुष्पेंद्र सिंह चुनाले के नेतृत्व में गांव के महेश प्रताप चंदेल, नीरज सिंह कछवाह, नरेंद्र सिंह चौहान, व जितेंद्र चौहान ने मिलकर जिला अधिकारी को अपनी समस्याओं से अवगत कराया।इन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर 15 दिन के अंदर डॉक्टर व अन्य स्टाफ नहीं भेजे गए तो मजबूरन क्षेत्र की जनता सड़क पर उतरकर आंदोलन की लिए बाध्य होगी।