उत्तर प्रदेश में पंहुचा मानसून, तीव्रता के साथ होगी बारिश
मानसून के इस सीजन में पूरे उत्तर प्रदेश में औसत से कम बारिश हो रही है। इनमें पूर्वी उत्तर प्रदेश की स्थिति कुछ अच्छी नहीं है..
पूर्वी उप्र की अपेक्षा पश्चिम में होगी अधिक वर्षा
मानसून के इस सीजन में पूरे उत्तर प्रदेश में औसत से कम बारिश हो रही है। इनमें पूर्वी उत्तर प्रदेश की स्थिति कुछ अच्छी नहीं है, जबकि पश्चिमी भागों में पूर्वी की अपेक्षा अधिक बारिश होने की संभावना है। यह बातें गुरूवार को सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ एस एन सुनील पाण्डेय ने बताई। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम वैज्ञानिक के अनुसार उत्तर प्रदेश राज्य में बारिश की सबसे अधिक कमी है।
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पश्चिम उत्तर प्रदेश और कानपुर क्षेत्र सहित पूर्वी क्षेत्रों दोनों में एक बड़ा घाटा है। राज्य के पश्चिमी हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में कुछ बारिश हुई, लेकिन पूर्वी क्षेत्र में ऐसी बारिश नहीं हुई। हालांकि, पूर्वी भागों के साथ-साथ पश्चिमी क्षेत्रों के साथ-साथ मध्य भागों में आज और कल कुछ बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। वर्षा पूर्वी भागों की तुलना में पश्चिमी भागों में अधिक होगी। बताया कि मॉनसून ट्रफ पहले ही स्थानांतरित हो चुका है और अब अपनी सामान्य स्थिति से ऊपर है।
इस प्रकार उत्तर प्रदेश में बारिश जारी रहेगी। हिमालय के साथ-साथ एक पश्चिमी विक्षोभ भी आगे बढ़ रहा है। इन प्रणालियों के संयोजन के परिणामस्वरूप बारिश होगी। बारिश 22 और 23 जुलाई के आसपास कम हो जाएगी, क्योंकि मॉनसून ट्रफ थोड़ा दक्षिण की ओर शिफ्ट हो जाएगा, लेकिन फिर ट्रफ के एक और दोलन के कारण 24 और 25 जुलाई के आसपास फिर से रफ्तार पकड़ लेगा। इस प्रकार, उत्तर प्रदेश में 26 जुलाई तक विभिन्न तीव्रता की बारिश जारी रहने की संभावना है।
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