MP Election 2023: मतगणना से पहले ही स्ट्रॉन्ग रूम खोलकर डाक मतपत्रों में हेराफेरी, इन पर गिरी गाज
मध्य प्रदेश के बालाघाट में मतगणना से पहले स्ट्रॉन्ग रूम में डाक मतपत्रों की पेटी खुलने के मामले पर सियासत गर्मा गई है। एआरओ हिम्मत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। कलेक्टर...
मध्य प्रदेश के बालाघाट में मतगणना से पहले स्ट्रॉन्ग रूम में डाक मतपत्रों की पेटी खुलने के मामले पर सियासत गर्मा गई है। एआरओ हिम्मत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को इस मामले में अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। कांग्रेस इस मामले में हमलावर बनी हुई है और बालाघाट कलेक्टर को हटाने की मांग की है।
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सोमवार को कांग्रेस ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। साथ ही मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से बालाघाट में स्ट्रॉन्ग रूम खोलकर डाक मतपत्रों में हेराफेरी का आरोप लगाया था। इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बालाघाट कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी इस मामले को लेकर जानकारी मंगवाई है।
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एआरओ के निलंबन को लेकर कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बालाघाट में डाक मत्रपत्रों को समय से पहले स्ट्रॉन्ग रूम खोलकर 50-50 की गड्डियां जमाने का मामला सामने आया है। नोडल अधिकारी को सस्पेंड किया गया है। इस मामले में रिटर्निग अफसर ने अपराध स्वीकार किया? क्या इतनी बड़ी साजिश के लिए सिर्फ एक नोडल अफसर ही जिम्मेदार है? मिश्रा ने कहा कि कलेक्टर को मतगणना से दूर किया जाए। यह एक गंभीर अपराध है। इस अभियोग में दोषी पाए जाने पर कलेक्टर को गिरफ्तार किया जाए। वहीं, कांग्रेस नेता जेपी धनोपिया ने कहा कि बालाघाट में हुए डाक मतपत्रों के घोटाला मामले में कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा को तत्काल हटाया जाए। इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए। कांग्रेस ने सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन को शिकायत की थी। उन्होंने डाक मतपत्रों में हेराफेरी का आरोप लगाया था। इसके बाद राज्य निर्वाचन कार्यालय ने बालाघाट कलेक्टर से रिपोर्ट तलब की थी। कलेक्टर ने अपने प्रारंभिक रिपोर्ट भोपाल भेज दी है।
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बालाघाट कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा का कहना है कि डाक मतपत्र आने पर उन्हें विधानसभावार अलग किया जा रहा था। फोन पर रिटर्निंग ऑफिसर की अनुमति ली गई थी। सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को सूचना दी गई थी। दोपहर तीन बजे का समय तय था। एआरओ हिम्मत सिंह ने तय समय से पहले 1.29 बजे ही स्ट्रॉन्ग रूम खोल लिया। उन्होंने डाक मतपत्रों की सॉर्टिंग की कार्यवाही शुरू कर दी। समय बदलने की जानकारी उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर को नहीं दी थी।