हमीरपुर में शौकीनों ने गटकी 142.12 करोड़ की शराब, पियक्कड़ों की पहली पसंद देशी शराब

सूखा आर्थिक तंगी और भुखमरी को लेकर चर्चा में रहने वाले बुंदेलखंड की दूसरी तस्वीर यहां के मयखानों में लगने...

हमीरपुर में शौकीनों ने गटकी 142.12 करोड़ की शराब, पियक्कड़ों की पहली पसंद देशी शराब

सूखा आर्थिक तंगी और भुखमरी को लेकर चर्चा में रहने वाले बुंदेलखंड की दूसरी तस्वीर यहां के मयखानों में लगने वाली भीड़ है। एक ओर जहां लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं या फिर दैवीय आपदा से परेशान रहते है, वहीं कई के हलक शराब के जाम से तर होते है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिले भर के पियक्कड़ों ने करीब 142.12 करोड़ रुपये लागत की लाखों लीटर शराब गटक ली।

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हाइवे से शराब की दुकानें बंद होने के बाद से बस्तियों में मयखाने आबाद हो गए। पियक्कड़ों की भीड़ रिहायसी इलाकों में लगने लगी। आसपास के नाराज लोगों का प्रदर्शन और गुस्सा ठेकों में टूट रहा है। ऐसे में पियक्कड़ और यहां से मिलने वाले राजस्व की चर्चा करना लाजमी है। बड़ी बात यह है कि बुंदेलखंड में सूखे की अग्रणी श्रेणी में शुमार जनपद हमीरपुर में लोग कर्जमाफी के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाते रहते है। इसी जिले में सालभर में करीब 142.12 करोड़ रुपये पियक्कड़ों ने शराब गटक ली। आंकड़ों की मानें तो यहां के पियक्कड़ों की पहली पसंद देशी शराब है। साल भर में 40 लाख 40 हजार 675 लीटर देशी शराब पी गई। इसके बाद बियर की बारी आती है।

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यहां पर लोगों ने 18 लाख 90 हजार 982 लीटर बियर पी। इसके बाद अंग्रेजी शराब भी पियक्कड़ों की पसंदीदा लिस्ट में है। हमीरपुर जिले के लोगों ने 5 लाख 78 हजार दो सौ 82 लीटर अंग्रेजी शराब पी। आबकारी विभाग के मुताबिक हमीरपुर जिले में 2021-2022 वित्तीय वर्ष में महज 128.8104 करोड़ की शराब बिक्री हुई थी। वहीं 2022-23 में अब तक 142.12 करोड़ की शराब बिक्री हो चुकी है। जिले में शराब के दीवानों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। शराब के शौकीनों ने यहां पिछले सालों के सारे रिकॉर्ड को तोड़ते हुये महज एक साल में ही 142.12 करोड़ की शराब गटक डाली है। आबकारी विभाग की माने तो इसमें अभी और इजाफा होना चाहिए। 

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जिले में आबकारी विभाग द्वारा 297 अंग्रेजी, देशी और बियर शराब की दुकानों का संचालन किया जा रहा है।जिसमें 197 दुकाने देशी शराब 56 दुकाने अंग्रेजी शराब और 34 दुकाने बियर की है। जिसमें अभी तक यहां के लोगों ने 142 करोड़ की शराब गटक डाली है।जबकि 2021-2022 वित्तीय वर्ष में महज 128.8104 करोड़ की शराब बिक्री हुई थी।हालांकि विभाग को इस बार 281 करोड़ की शराब बेचने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया था।

आंकड़ों के मुताबिक देशी शराब के शौकीन ज्यादा

आबकारी अधिकारी अवधेश राम ने बताया कि साल 2022-23 वर्ष में शराब के शौकीन 142.12 करोड़ की शराब पी चुके हैं, इसमें देशी शराब की बिक्री करीब 108.13 फीसदी की वृद्वि हुई है अंग्रेजी शराब की बिक्री 107.53 फीसदी और बियर की महज 134.53 फीसदी बिक्री में वृद्वि हुई है। जिससे देख कर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि सरकार को पिछले वर्ष की अपेक्षा 110.33 फीसदी का लाभ हुआ है।

अवैध शराब की बरामदगी में हुई 172 फीसदी वृद्धि 

आबकारी अधिकारी अवधेश राम ने बताया कि वर्ष 2022-23 में अवैध शराब के मामले में 8889 लीटर शराब बरामद कर 536 के विरुद्ध मुकदमे पंजीकृत हुए हैं। जिसमें वित्तीय वर्ष की अपेक्षा अवैध शराब बरामदगी में 172.39 फीसदी की वृद्धि व मुकदमा पंजीकरण में 137.79 फीसदी की वृद्धि हुई है।

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